लोकिन्दर बेक्टा, शिमला :
Opposition Walkout in HP Assembly : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा एक-दूसरे पर की गई टिप्पणियों के मुद्दे पर सोमवार को विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया।
विपक्ष ने यह वाकआउट विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार द्वारा इस मुद्दे पर की गई व्यवस्था के खिलाफ किया। विपक्ष का कहना था कि जब मुख्यमंत्री को सदन में अपनी बात रखने का समय दिया गया तो विपक्ष की भी बात सुननी होगी, तभी बात खत्म होगी।
वाकआउट से पहले विपक्षी कांग्रेस ने सदन में हंगामा किया। इस दौरान सदन में दोनों ओर से जोरदार शोरगुल हुआ। कांग्रेस सदस्य जगत सिंह नेगी ने प्रश्नकाल के तुरंत बाद प्वाइंट आफ आर्डर के माध्यम से 5 मार्च को उनके खिलाफ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा की गई टिप्पणियों का मुद्दा उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह से अपने संबोधन में उन्हें डांट पिलाई, वैसे स्कूल के बच्चों को भी नहीं डांटते।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को शिकायत की है और मुख्यमंत्री द्वारा उनके खिलाफ इस्तेमाल कथित असंसदीय शब्दों को सदन की कार्रवाई से निकाला जाए।
नेगी ने इस संबंध में नियमों का हवाला भी दिया। नेगी ने यह भी कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना की है, न कि नरेंद्र मोदी की।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मुद्दे पर कहा कि यदि जगत सिंह नेगी ने नियमों की धज्जियां नहीं उड़ाई होती तो नौबत यहां तक नहीं पहुंचती।
उन्होंने कहा कि जगत सिंह नेगी का व्यवहार हमेशा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली-गलौच करने वाला रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सदस्य सदन के भीतर शालीनता व संयम रखें क्योंकि सदन कांग्रेस की जनसभा नहीं है।
जयराम ठाकुर ने जगत सिंह नेगी को लेकर कहे गए अपने शब्दों का बचाव भी किया और कहा कि यदि फिर भी विधानसभा को उनके शब्दों में कुछ असंसदीय नजर आए तो उन्हें कार्रवाई से निकाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि जगत सिंह नेगी दूसरों को नियमों का पाठ पढ़ाने के स्थान पर खुद नियमों का पालन करते। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने आप का इस सदन में बचाव नहीं कर सकते इसलिए जगत सिंह नेगी उन पर टिप्पणी करते-करते प्रधानमंत्री की मिमिक्री नहीं कर सकते।
उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि जब विपक्ष ”जैइया मामा मानंदा नी” का नारा लगाते हैं तो क्या यह सही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगत सिंह नेगी सदन में अपने शब्दों से सबसे अधिक माहौल खराब करते हैं।
उन्होंने विपक्ष के वाकआउट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष ने सुर्खियों में बने रहने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के फैसले और मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर सदन से वाकआउट किया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री चाहते हैं कि सत्ता पक्ष उनकी तारीफ करे लेकिन मुकेश तारीफ के काबिल होने भी चाहिएं, तभी तारीफ करेंगे।
इसी मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के हंगामे के बीच कहा कि बात तब तक खत्म नहीं होगी, जब तक जगत सिंह नेगी को लेकर बोले गए मुख्यमंत्री के शब्दों को सदन की कार्रवाई से नहीं निकाला जाता।
उन्होंने कहा कि सदन में हर सदस्य माननीय है इसलिए मुख्यमंत्री किसी भी सदस्य के बारे में असंसदीय टिप्पणी नहीं कर सकते।
भाजपा के विनोद कुमार ने इसी मुद्दे पर कहा कि जो लोग आज मुख्यमंत्री पर असंसदीय शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें अपना समय याद करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में विधायकों कई तरह के आपत्तिजनक शब्दों से पुकारा जाता था।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने विपक्ष के वाकआउट पर कहा कि विधानसभा की व्यवस्था के खिलाफ विपक्ष का वाकआउट असंसदीय है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का यह व्यवहार सदन की मर्यादा भंग करता है और इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। Opposition Walkout in HP Assembly
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