होम / Wildlife Day पक्षी महोत्सव जैसी गतिविधियों का आयोजन हो: गवर्नर

Wildlife Day पक्षी महोत्सव जैसी गतिविधियों का आयोजन हो: गवर्नर

• LAST UPDATED : March 3, 2022

Wildlife Day पक्षी महोत्सव जैसी गतिविधियों का आयोजन हो: गवर्नर

  • राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने वन्य जीव दिवस पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता की

इंडिया न्यूज, शिमला :

Wildlife Day : राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि राज्य में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देने के लिए पक्षी महोत्सव जैसी गतिविधियों को प्रभावी ढंग से आयोजित किया जाना चाहिए ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस ओर ध्यान आकर्षित करते हुए वन्य जीव संरक्षण का संदेश भी दिया जा सके।

राज्यपाल आज यहां वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ वन्य जीव दिवस पर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि राज्य में पक्षी महोत्सव की अपार संभावनाएं हैं, जो न केवल दुनिया भर के पक्षी प्रेमियों (बर्ड वाचर) को आकर्षित करता है, बल्कि उनके लिए बेहतर संभावनाएं भी पैदा करता है।

उन्होंने कहा कि पौंग बांध वन्य जीव अभयारण्य हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा वेटलैंड है जिसका क्षेत्रफल 207 वर्ग किमी है और यह राज्य के सबसे महत्वपूर्ण पक्षी स्थलों में से एक है।

यहां दुनिया में सबसे अधिक संख्या में बार हेडेड गीज पहुंचते हैं। प्रतिवर्ष इस अभ्यारण्य में 40,000 से 50,000 बार हेडेड गीज आते हैं जोकि विश्व में इनकी कुल संख्या का 45 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि प्रवासी पक्षियों के लिए यह सर्दियों का सबसे अच्छा स्थल है और वर्ष 2000 से पौंग झील में पक्षियों की लगभग 420 प्रजातियां दर्ज की गई हैं।

उन्होंने कहा कि यहां जल पक्षियों की वार्षिक संख्या लगभग 1.10 लाख है। राज्यपाल ने कहा कि जुजुराना (वेस्टर्न ट्रैगोपन) हिमाचल प्रदेश का राज्य पक्षी है और इसके संरक्षण के लिए प्रयास तेज किए जाने चाहिएं।

उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि सराहन प्रजनन केंद्र में इस दिशा में सार्थक प्रयास किए गए हैं जोकि दुनिया में जुजुराना के संरक्षण के लिए एकमात्र जालीबंद प्रजनन स्थल है।

उन्होंने चीर फजेंट, जुजुराना आदि प्रमुख पक्षियों के संरक्षण के लिए फ्लैगशिप कार्यक्रमों को और प्रभावी ढंग से लागू करने पर भी बल दिया।

इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) राजीव कुमार ने वन्य जीव संरक्षण पर पावर प्वाइंट प्रस्तुति देते हुए कहा कि वर्ष 2022 के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को मजबूत करने, एशियाई काले भालू, सामान्य तेंदुओं और हिम तेंदुओं की संख्या अधिक होने पर उनका आदान-प्रदान और मोनाल, चीर तथा जुजुराना के संरक्षण व इनकी संख्या बढ़ाते हुए इन्हें प्राकृतिक वातावरण में छोड़ने का प्रस्ताव किया गया है।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव विवेक भाटिया भी उपस्थित थे। Wildlife Day

Read More : Exclusive Interview with Yuki Bhambri and Coach Zeeshan Ali डेविस कप का पहला मैच सबसे अहम होगा: युकी भांबरी

Read More : International Mother Language Day मातृभाषा में ही भावनाएं-विचार सही ढंग से हो सकते हैं प्रस्तुत

Read More : TB Harega-Desh Jeetaga Campaign टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान से टीबी उन्मूलन का सपना होगा साकार

Connect With Us : Twitter | Facebook

SHARE
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox