हिमाचल प्रदेश के हाटी समुदाय को जनजाति का दर्जा देने वाले बिल को राज्यसभा में पास कर दिया गया है। लोकसभा में ये बिल पहले ही पास हो चुका है, बीते 16 दिसंबर को लोकसभा में ध्वनिमत से ये बिल पास हुआ था। दोनों सदनों में पास होने के बाद अब ये बिल राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए जाएगा।
राज्यसभा में बिल पास होने से पहले जनजातीय कार्य मंत्री अर्जून मुंडा ने सदन में कहा कि हिमाचल के सिरमौर में ट्रांसगिरी क्षेत्र में रहने वाला हाटी समुदाय कई हजार सालों से वहां पर रह रहा है ये समुदाय प्रकृति के बेहद करीब जंगलों में रहता है लेकिन बरसात के मौसम में वहां के लोग बहुत कष्ट झेलते हैं और सुविधाओं से वंचित रहते हैं ।
अर्जुन मुंडा ने राज्यसभा में कहा कि पहले सुदूर और जंगलों में रहने वाले समुदायों की आवाज राजधानी और संसद तक नहीं पहुंच पाती थी लेकिन अब मोदी राज में ये संभव हुआ है कि उनकी चर्चा आज सदन में हो रही है उनकी आवाज और मांगों को सुना जा रहा है।
हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के बाद ये संख्या अब साढ़े पांच लाख तक पहुंच जाएगी पहले ये संख्या 3 लाख के करीब थी।