Saturday, July 6, 2024
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Pulwama Attack Anniversary 2024: पुलवामा आतंकी हमले की 5वीं बरसी आज, भारत ने 12 दिनों में ऐसे लिया था बदला

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India News (इंडिया न्यूज़),Pulwama Attack Anniversary 2024: 14 फरवरी को यानी आज पुलवामा हमले की 5वीं बरसी है। आज ही के दिन दक्षिण कश्मीर संभाग के पुलवामा जिले में CRPF काफिले पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने निशाना बनाया था। इस हमले को भले ही 5 साल हो गए है लेकिन आज भी इस हादसे की कहानी सुनकर भारतीय लोगों की रूह काप जाती है। आज हम आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए हमारे सभी जवानों को श्रद्धांजली अर्पित करते हैं।

क्या हुआ था उस दिन ?

14 फरवरी सुबह जम्मू से 78 बसों से CRPF का काफिला श्रीनगर के लिए रवाना हुआ। 2500 से ज्यादा जवान इस काफिले में शामिल थे। आतंकियों के पास सेना के इस काफिले की पूरी जानकारी थी। महीनों पहले से हमले की साजिश में आतंकी साजिश कर रहे थे। उसके बाद ही साजिश को अंजाम दिया गया। जब 3 बजे काफिला पुलवामा में गुजरा तो आतंकी आदिल अहमद डार काफिले में कार लेकर घुस गया। इस कार में 100 किलो से ज्यादा विस्फोटक रखा था। हादसा इतना भयानक था कि सीआरपीएफ के 76 वें बटालियन के 40 जवान शहीद हो गए थे।

भारत ने कैसे लिया था बदला?

14 फरवरी को जब हमारे 40 वीर सपूत शहीद हुए थे, इस हमले के 12 दिन बाद भारत ने इसका बदला लिया था। रात को भारतीय वायुसेना के 12 मिराज विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर तबाही मचा दी थी। पाकिस्तान में घुसकर वीर सपूतों ने जैश के सबसे बड़े आतंकी अड्डे को पूरी तरह तबाह कर दिया था। वहीं वायुसेना ने बालाकोट में बम बरसा कर जवानों के शहादत का बदला लिया था। इस बमबारी में 350 आतंकी मारे गए थे।

क्यों कहा जाता है ब्लैक डे?

14 फरवरी ही वो दिन था जब जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर CRPF के काफीले पर आतंकियों ने हमला किया था। , जिसमें 45 भारतीय वीर सपूत शहीद हुए थे। इस दिन को तभी से ब्लैक डे के रूप में मनाया जाता है।

जब वीर सपूत हुए थे शहीद

दरअसल, 14 फरवरी साल 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमारे देश के वीर सपूतों के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला किया था। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर आतंकवादी ने विस्फोटक से भरी कार से
CRPF के काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना तेज था कि बस के चिथड़ें उड़ गए थे। जिसमें 40 वीर सपूत शहीद हुए थे। मले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।

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