Rahul Gandhi News: लोकसभा सचिवालय के द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आज (24 मार्च) को सदस्यता रद्द किए जाने के बाद पूरे देश में इसे लेकर चर्चा गर्म है। 23 मार्च को गुजरात के सूरत कोर्ट ने उन्हें मानहानि के केस पर दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई है। सूरत कोर्ट के द्वारा सांसद राहुल गांधी पर आए इस फैसले और उनकी सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर हिमाचल प्रदेश में कई कांग्रेस अपनी प्रतिक्रियाएं रखते हुए सरकार और फैसले पर सवाल उठा रहे है। सचिवालय द्वारा संसद राहुल गांधी के सदस्यता को रद्द किए जाने पर हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने इसे लोकसभा सचिवालय के द्वारा इसे जल्दबाजी में लिया फैसला करार दिया। वहीं कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एस एस जोगटा कहा कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता के चलते बीजेपी ऐसा कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के लोकसभा सचिवालय के फैंसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे केंद्र सरकार के दबाव में जल्दबाजी में लिया गया कदम बताया हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार का यह कदम पूरी तरह तानाशाही भरा है और कांग्रेस इस तानाशाही के खिलाफ किसी भी जन आंदोलन से पीछे नही हटेगी।
कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने लोकसभा सचिवालय की ओर से राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किए जाने पर कहा कि अभी इस मामले में लंबी कानूनी प्रक्रिया होनी थी। उन्हें अपील करने का समय भी दिया गया था, लेकिन इससे पहले ही लोकसभा सचिवालय ने जल्दबाजी में यह फैसला ले लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार सोची-समझी साजिश के तहत राहुल गांधी की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है. यह लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लंबे समय से अडानी मामले में जेपीसी के गठन की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सरकार ने डरकर उनकी सदस्यता रद्द करने का फैसला लिया।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता एस एस जोगटा ने कहा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करना निंदनीय बताया है। एस एस जोगटा ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा राहुल गांधी की लोकप्रियता के चलते बीजेपी ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी लोकप्रिय हुए है। इस फैसले से उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसका लाभ भी लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को होगा। आम जनता सब जानती है ओर परिणाम अच्छा होगा।