इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)
सरकार ने हिमाचल कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी आरडी धीमान (RD Dhiman) को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) का नया मुख्य सचिव (Chief Secretary) बनाया है।
विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नौकरशाही को चुस्त-दुरुस्त करने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत नौकरशाही के सर्वोच्च पद मुख्य सचिव से हुई है।
बीती रात मुख्य सचिव पद पर तैनाती के आदेशों के बाद शुक्रवार दोपहर बाद आरडी धीमान ने मुख्य सचिव का पदभार संभाला।
पदभार संभालने से पहले वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले। आरडी धीमान अभी तक प्रदेश में ऊर्जा व उद्योग विभाग के साथ-साथ श्रम एवं रोजगार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे।
निवर्तमान मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने मुख्य सचिव कार्यालय में आरडी धीमान को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
आरडी धीमान को 1987 बैच के आईएएस अधिकारी राम सुभग सिंह के स्थान पर मुख्य सचिव बनाया गया है। धीमान से वरिष्ठ राम सुभग सिंह को प्रशासनिक सुधार विभाग का प्रधान सलाहकार बनाया गया है।
वहीं, 1987 बैच की ही आईएएस अधिकारी निशा सिंह को ट्रेनिंग एंड फोरेन असाइनमेंट विभाग का प्रधान सलाहकार बनाया गया है। सरकार ने 1988 बैच के संजय गुप्ता को भी प्रधान सलाहकार जन शिकायत निवारण बनाया है।
दरअसल चुनावी साल में सरकार भाजपा की प्राथमिकताओं में शामिल सुशासन के एजेंडे पर तेजी से काम करना चाह रही है। लंबित प्रोजेक्टों को गति देने के साथ-साथ नौकरशाही को चुस्त-दुरुस्त करना भी प्रशासनिक फेरबदल की वजह मानी जा रही है।
आरडी धीमान सौम्य स्वभाव के आईएएस अधिकारी हैं। व्यवहार कुशलता के साथ-साथ उनका प्रदेश की प्रशासनिक सेवाओं में करीब 34 साल का अनुभव है।
वह लगभग सरकार के हर विभाग में काम कर चुके हैं। चुनावी साल में सरकार प्रशासनिक कार्यों में उनके अनुभव का कितना फायदा उठा सकती है, यह समय के अंतराल में छिपा है।
उधर, आरडी धीमान की मुख्य सचिव पद पर तैनाती के साथ ही सचिवालय में उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
उद्योग विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ ऊर्जा विभाग, श्रम एवं रोजगार, स्वास्थ्य व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उन्हें बधाई देने सचिवालय पहुंचे।
एचएएस अधिकारी संघ के साथ-साथ सचिवालय कर्मचारी यूनियन के सदस्यों व आईएएस अधिकारियों ने उनके कार्यालय में पहुंच कर बधाई दी।
मुख्य सचिव का पदभार संभालने के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में आरडी धीमान ने कहा कि चुनौतियां हर कार्य के साथ होती हैं। सरकार ने उन्हें जो दायित्व सौंपा है, उसे वह पूरी कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ निभाएंगे।
सरकार की नीतियों व कार्यक्रमों को समीक्षा कर उनकी उचित ढंग से मानिटरिंग की जाएगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के मसलों के समाधान के लिए सरकार ने मैकेनिज्म तैयार किया हुआ है।
कर्मचारियों से मुख्यमंत्री भी मिलते हैं। उनके मुद्दों का समाधान भी होता है। लंबित मुद्दों को भी सुलझाया जाता है। कोविड को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में संक्रमण की हालत चिंताजनक नहीं।
इससे खतरनाक दौर कोविड का हम सभी देख चुके हैं। सरकार स्थिति पर नजर गढ़ाए हुए है। संक्रमण से निपटने के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह किया जाएगा।
आरडी धीमान वर्तमान सरकार के कार्यकाल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त होने वाले 7वें अधिकारी हैं। जयराम सरकार के गठन के वक्त प्रदेश में वीसी फारका मुख्य सचिव थे।
उनके बाद विनीत चौधरी, बीके अग्रवालस, डा. श्रीकांत बाल्दी, अनिल खाची तथा फिर राम सुभग सिंह मुख्य सचिव बने।
राम सुभग सिंह बीते साल अगस्त में मुख्य सचिव बने थे। अब सरकार ने उनके स्थान पर आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाया है।
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