India News(इंडिया न्यूज़), Reconstruction of Rohtang: देशी-विदेशी सैलानियों की पहली पसंद रोहतांग मानी जाती हैं, लेकिन मौसम एक बार फिर से बाधा बन हुआ है। जिस चलते पर्यटकों को रोहतांग दर्रा तक भेजने में अभी वक्त लगेगा। जिसके बाद मनाली से 15 से 20 फीट ऊंची बर्फ की दीवारों को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम काटते हुए रोहतांग टॉप पर पहुंच गई है। लेकिन पर्यटकों को बार-बार हो रही बर्फबारी के कारण रोहतांग की ओर नहीं भेजा जा सकता। हालांकि, मनाली प्रशासन ने सीमा सड़क संगठन के साथ संयुक्त रूप से रोहतांग दर्रा की सड़क का निरीक्षण किया। वहीं इन सब के कारण पर्यटकों की आवाजाही के लिए स्थिति उपयुक्त नहीं पाई गई है। क्योंकि पर्यटक हमेशा से रोहतांग दर्रा जाने के लिए उत्सुक रहते हैं।
बता दें की पर्यटकों के लिए अभी रोहतांग दर्रा नहीं खोला गया है। पर वही इस चलते काजा-ग्रांफू मार्ग और शिंकुला दर्रा मार्ग पर भी वाहनों की आवाजाही हो रही है। जिसके बाद एसडीएम मनाली ने बीआरओ की टीम के साथ शुक्रवार को रोहतांग दर्रा का निरीक्षण किया। हालांकि, प्रशासन की मानें तो बीआरओ की टीम रोहतांग टॉप तक पहुंच गई है। जिसके चलते सिंगललेन सड़क अभी तक खुल पाई है। रोज बर्फबारी होने के कारण रोहतांग दर्रा में पार्किंग बर्फ से ढकी हुई है। इसी वजह से वहां पर आएं हुए पर्यटक वाहन से जाम लग गया और उन्हें इस जाम की समस्या का सामना करना पड़ा।
ये भी पढ़ें- Himachal Weather: लागातर बारिश के चलते शिमला में बढ़ी ठंड़