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बाल विकास विभाग के जरिए विविध स्कीमों में 1.99 करोड़ रुपये खर्च – रितिका जिंदल

• LAST UPDATED : December 29, 2022

बाल विकास विभाग के जरिए विविध स्कीमों में 1.99 करोड़ रुपये खर्च – रितिका जिंदल

 

  • विभाग सरकार की स्कीमों का लाभ जन-जन तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाएं

इंडिया न्यूज, मंडी (Mandi-Himachal Pradesh)

मंड़ी सदर हलके में बाल विकास परियोजना विभाग (Child Development Project Department) के माध्यम से विविध स्कीमों में चालू साल में करीब 1.99 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। ये जानकारी एसडीएम सदर रितिका जिंदल (SDM Sadar Ritika Jindal) ने वीरवार को एसडीएम मंडी सदर कार्यालय में खंड स्तरीय टास्क फोर्स, खंड स्तरीय अनुश्रवण व खंड स्तरीय अभिसरण समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।

उन्होने बाल विकास परियोजना अधिकारी (सी.डी.पी.ओ.) को कहा कि मंडी सदर के सभी 245 आंगनबाड़ी केंद्रों (Anganwadi Centers) में पूरक पोषाहार कार्यक्रम (nutritional supplement program) के अंतर्गत छः माह (infant) के शिशु से 6 साल के बच्चों, गर्भवती एवं धातृ माताओं (pregnant and lactating mothers) को नियमित पूरक पोषाहार बांटा जाए।

उन्होने कहा कि हरेक माह की एक व 15 तारीख (यानी के दो बार) को आंगनबाड़ी केंद्रों में राशन बांटना सुनिश्चित बनाएं।

रितिका जिंदल ने कहा कि पोषण अभियान के अंतर्गत सरकार ने विविध प्रकार के कार्यक्रम चलाए हुए हैं। इनमें प्रसवपूर्व देखभाल (prenatal care), इष्टतम स्तनपान (optimal breastfeeding), पूरक आहार (dietary supplements), अनेमिया (anemia), ग्रोथ मॉनिटरिंग (growth monitoring), बालिका शिक्षा (girl-child education), खान-पान (food and drink), शादी का अधिकार, स्वच्छता एवं सैनिटेशन (cleanliness and sanitation), स्वस्थ खाओ, भोजन फोर्टीफिकेशन (food fortification) जैसी आठ थीम (theme) चलाई हुई हैं।

उन्होने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत बच्चों व धात्री माताओं (children and nursing mothers) को नियमित पोषक तत्व वितरित किए जाएं, ताकि वे कुपोषण का शिकार न हों।

उन्होने कहा कि सभी विभाग सरकार की स्कीमों को निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक तय समय में जन-जन तक पहुंचाना सुनिश्चित बनाएं।
एसडीएम ने कहा कि साल-2011 के आंकड़ों के मुताबिक लिंगानुपात (sex ration) में अत्यंत गिरावट (downfall in sex ratio) देखी गई थी।

उन्होने बताया कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ स्कीम के अंतर्गत विविध गतिविधियों के जरिए लिंगानुपात (sex ratio) में सुधार करने के लिए जन-जन को व्यापक तौर पर जागरूक किया जाए।

रितिका जिंदल ने कहा कि नि-क्षय मित्र अभियान के अंतर्गत कोई व्यक्ति मरीजों को अपनी सुविधा के आधार पर 6 माह, एक साल, 3 साल या 5 साल तक न्यूट्रिशन स्पोर्ट प्रदान करने के लिए अडॉप्ट कर सकते हैं।

एसडीएम ने सभी हितधारकों से नि-क्षय मित्र अभियान को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है।

एसडीएम ने सभी विभागों को सदर ब्लॉक में सरकार की स्कीमों का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए शिविर आयोजित करने को कहा।

वहीं, महिला मंडल व स्वयं सहायता समूहों को भी स्कीमों के बारे व्यापक तौर पर जागरूक किया जाए। कहा कि सरकार की स्कीमों का सोशल मीडिया पर भी खूब प्रचार-प्रसार किया जाए।

बैठक में परिवीक्षाधीन भा.प्र.से. अधिकारी विजय वर्धन, खंड विकास अधिकारी प्रियंका ठाकुर, नगर निगम संयुक्त आयुक्त कृष्ण शर्मा, बी.एम.ओ. शेखर कपूर, बाल विकास परियोजना अधिकारी वंदना शर्मा, उच्च शिक्षा ब्लॉक राकेश यादव सहित विविध विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।

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