होम / Sanjay Chauhan Allegation भाजपा सरकार व नगर निगम के कार्यकाल में शिमला शहर पर लगा विकास का ग्रहण

Sanjay Chauhan Allegation भाजपा सरकार व नगर निगम के कार्यकाल में शिमला शहर पर लगा विकास का ग्रहण

• LAST UPDATED : January 20, 2022

Sanjay Chauhan Allegation भाजपा सरकार व नगर निगम के कार्यकाल में शिमला शहर पर लगा विकास का ग्रहण

इंडिया न्यूज, शिमला :

Sanjay Chauhan Allegation : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) राज्य की भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उसने कहा कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार व नगर निगम शिमला में सत्तासीन हुई है, शिमला शहर के विकास पर लगभग ग्रहण लग गया है तथा विकास का पहिया बिल्कुल थम गया है।

यहां तक कि भाजपा पूर्व नगर निगम द्वारा शहर के विकास के लिए चलाई जा रही योजनाओं को भी पूरा करने में पूर्णत: विफल रही है। माकपा ने सरकार व नगर निगम की इस भेदभावपूर्ण व लचर कार्यप्रणाली की कड़ी निंदा की तथा शिमला शहर में ठप पड़े विकासात्मक कार्यों को तुरंत गति प्रदान करने की मांग की।

साथ ही कहा कि यदि ऐसा न हुआ तो भाजपा सरकार व नगर निगम के इस भेदभावपूर्ण रवैये के प्रति जनता को लामबंद कर आंदोलन किया जाएगा।

माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य व पूर्व मेयर संजय चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार व नगर निगम के भेदभावपूर्ण रवैये का जीता-जागता उदाहरण शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने तथा ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए 200 करोड़ की लागत से बनने वाली बहुआयामी शिमला रोपवे परियोजना के कार्य को आरंभ न करना व इसे पूरी तरह से नजरअंदाज करना है।

उन्होंने कहा कि यह रोपवे टूटी कंडी से माल रोड तक बनना था। इसकी आधारशिला 23 जून, 2015 को रखी गई थी। इसकी लंबाई 3,600 मीटर है तथा इसमें 1 घंटे में करीब 1,000 व्यक्ति एक ओर सफर कर सकते हैं।

इससे शिमला शहर में न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिना था, बल्कि शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलनी थी। साथ ही इससे नगर निगम शिमला को प्रतिवर्ष करीब 11 करोड़ की अतिरिक्त आय होनी थी जिससे शहर के विकास को गति प्रदान की जा सकती थी।

चौहान ने कहा कि वर्ष 2015 में प्रदेश में 3 रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई थी। इनमें शिमला में टूटी कंडी से माल रोड, कांगड़ा में धर्मशाला से मकलोडगंज तथा हिमानी चामुंडा रोपवे थे तथा इनके शिलान्यास भी किए गए थे लेकिन आज धर्मशाला से मकलोडगंज के लिए रोपवे आरंभ हो गया है और शिमला में टूटी कंडी से माल रोड का कार्य भी सरकार द्वारा अभी तक आरंभ नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार इस बहुआयामी परियोजना के कार्य कराने में कोई भी रुचि नहीं दिखा रही है जिससे सरकार का शिमला शहर के विकास करवाने में भेदभावपूर्ण रवैया स्पष्ट होता है और शहर के विधायक जो सरकार में शहरी विकास मंत्री भी हैं, की कार्यप्रणाली पर भी बड़ा प्रश्नचिन्ह लगता है।

माकपा नेता ने कहा कि जहां शिमला शहर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इसकी सुंदरता बनाए रखने के लिए विकास की योजनाएं बनाकर इस पर अमल कर दिशा तय की जानी चाहिए थी, वहीं आज शहर में जो भी थोड़े बहुत कार्य किए जा रहे हैं, वह केवल मात्र सरकार के चेहतों व चंद ठेकेदारों को फायदा देने के लिए तथा उनकी इच्छा अनुसार किये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि शहर में ठेकेदारों को फायदा देने के लिए केवल मात्र कंक्रीट के डंगे लगाने का कार्य किया जा रहा है जिससे शिमला शहर की हरियाली व सुंदरता को विकृत किया जा रहा है।

इससे सरकार, नगर निगम शिमला व शहरी विकास मंत्री की शहर के प्रति भेदभावपूर्ण व लचर कार्यप्रणाली उजागर होती है। इससे स्पष्ट रूप में शिमला शहर के विकास पर ग्रहण लग गया है।

उन्होंने शहर की जनता से भी आग्रह आग्रह किया कि भाजपा सरकार व नगर निगम की शिमला के शहर के विकास के प्रति इस भेदभावपूर्ण व लचर रवैसे के विरुद्ध एकजुट होकर इनकी भेदभावपूर्ण नीतियों को बदलने के लिए सब मिलकर संघर्ष करे और इस शिमला शहर के गौरव को बचाए। Sanjay Chauhan Allegation

Read More : Case of Expulsion of 3 Student Leaders राज्यपाल के पास पहुंचा एचपीयू से 3 छात्र नेताओं के निष्कासन का मामला

Connect with us : Twitter | Facebook | Youtube

SHARE
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox