India News (इंडिया न्यूज़), Shanta Kumar, Himachal: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल ही नहीं पूरे देश के सामने ऐतिहासिक उदाहरण पेश किया है। देश के इतिहास में यह पहला मौका है कि किसी मुख्यमंत्री ने प्रदेश की आपदा से आहत होकर अपनी कमाई से 51 लाख रुपये राहत कोष में दिए हों। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कही। उन्होंने इसके लिए सुक्खू और उनकी धर्मपत्नी को बधाई दी और किया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को कुछ न कुछ राहत कोष में जरूर देना चाहिए। शांता ने कहा कि भारत के सनातन को समाप्त करने की बात कहने वालों को प्रभु सद्बुद्धि दें।
उन्हें स्वयं पता नहीं है कि वे क्या कह रहे हैं। जब समझ आएगा तो शर्म से उनका सिर झुक जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत का सनातन है वेद उपनिषद राम, कृष्ण रामायण और महाभारत। भारत के सनातन के ऋगवेद को देख कर जर्मन के महान विद्वान मैक्समूलर आकर्षित हुए। जीवन के 20 साल ऋगवेद अध्ययन में लगाए। उस पर पहली मीमांसा लिखी। जिसे छपने के लिए उस समय की ईस्ट इंडिया कंपनी ने एक लाख रुपये दिए। विश्वभर के विद्वानों ने उसकी सराहना की।
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