India news (इंडिया न्यूज़), Shimla news, शिमला: हिमाचल प्रदेश में जेबीटी भर्ती को लेकर उम्मीदवारों की तरफ से विरोध होने लगा है। शिमला शिक्षा निदेशालय पहुंचें जेबीटी प्रशिक्षु, जेबीटी भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को शामिल करने पर जताया विरोध है। प्रशिक्षुओं मे कहा कि 40 हजार जेबीटी प्रशिक्षु के रोज़गार को सरकार छीन रही है। भर्ती का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, इसके बावजूद भी सरकार भर्ती कर रही है।
जेबीटी भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को शामिल करने के विरोध में जेबीटी /डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ आज शिमला शिक्षा निदेशालय पहुंचा और सरकार के इस निर्णय के खिलाफ़ अपना विरोध जाहिर किया। सरकार NCTE की 2018 की गाईडलाइन का हवाला देकर बैच वाइज जेबीटी भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को शामिल कर रही जिससे जेबीटी की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है।
बेरोजगार जेबीटी प्रशिक्षुओं ने बताया बीएड को जेबीटी भर्ती में शामिल करने के मामले को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने एनसीटीई की अधिसूचना को खारिज कर दिया है जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है लेकिन हिमाचल सरकार ने पुराने आर एंड पी रूल के आधार पर ही एनसीटीई की अधिसूचना जारी कर बैच वाइज जेबीटी भर्ती में बीएड डिग्री धारकों को भर्ती के लिए शामिल किया है जबकि इसके लिए नए आर एंड पी रूल बनाएं जानें थे।
जेबीटी प्रशिक्षुओं ने बताया कि कई बार शिक्षा मंत्री और सीएम से मामले को लेकर मुलाकात की गई, लेकिन हर बार आश्वासन ही दिया गया। हमारी बातों को अमल में नहीं लाया गया। सरकार ने अगर जेबीटी भर्ती में बीएड को मान्यता देनी है तो जेबीटी ट्रेनिंग को बंद क्यों नहीं करती।
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