India News(इंडिया न्यूज़), Shimla: हिमाचल प्रदेश, साक्षरता दर में देश भर में दूसरे स्थान पर हैं। वहीं शर्म क बात हैं की वहा के जनजातीय इलाके के बच्चे अपने देश तक का नाम नहीं बता पा रहे हैं। जिस वहज से अब प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाया जा रहा हैं। बता दें जनजातीय क्षेत्र पांगी के एक स्कूल के बच्चें अपने देश का नाम भी नहीं बता पाएं। वहीं इसकी चर्चा अब दिल्ली तक पहुंच गई है।
बता दें इस मामले की जांच के लिए दिल्ली से एक टीम अब शिमला पहुंच गई है। क्योंकि शिक्षा निदेशक ने पांगी के इस स्कूल का रिकॉर्ड लेकर पांगी के बीआरसी और खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी को 25 मई को शिमला बुलाया है। वहीं इससे पहले 23 मई को वर्चुअल बैठक होगी, जिसमें शिक्षा निदेशक के साथ शिक्षा खंड पांगी के बीआरसी और 12 क्लस्टर होंगे। दरअसल यह खबर सुनने के बाद पांगी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
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