Himachal pradesh: हिमाचल विधानसभा सत्र के सातवें दिन आज जनमंच को लेकर जमकर हंगामा और नारेबाजी देखने को मिली। प्रश्नकाल के दौरान ज्वालामुखी से विधायक संजय रत्न ने पूर्व जयराम सरकार के जनमंच कार्यक्रम की जानकारी सदन में मांगी। जिसके बाद पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने जन मंच को लंच मंच कहा। उनके इस बयान पर विपक्ष बुरी तरह भड़क गया। इसके बाद सदन में दोनों ओर से नारेबाजी शुरू हुई और विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। राज्य मंत्री जगत सिंह ने कहा कि पूर्व सरकार ने जनमंच के अधिकारियों के लंच पर दो करोड़ रुपए खर्च की थी।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह व्यवस्था परिवर्तन है कि प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद भी नेता प्रतिपक्ष को बोलने का मौका दिया गया। उन्होंने कहा कि सत्ता परिवर्तन हुआ है और सरकार जल्द अपना मंच शुरू करने जा रही। यह एक ऐसा मंच होगा जहां पर कर्मचारियों और अधिकारियों को पूरा सम्मान दिया जाएगा। लोगों को सामने फटकारा नहीं जाएगा। सरकार के नए मंच में लोगों की समस्या का समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप की सरकार आई थी तो आपने जनमंच शुरू किया और इसमें 2 करोड रुपए लंच और 2.50 करोड़ रुपए टेंट पर खर्च किए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हमने योजना चलाई थी कि हिमाचल के दूर-दराज के लोगों को अपनी समस्याओं और शिकायतों को लेकर शहर न आना पड़े। अधिकारी उनके क्षेत्र में जाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे। लोगों की सुविधा के लिए इस योजना को शुरू किया गया था। उन्होंने सीएम सुक्खू इस योजना पर पुनर्विचार करने को कहा है।
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