होम / Sugam Darshan system: काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकाल, तिरूपति और शिरडी साईं मंदिर की प्रणाली को विस्तार से अध्ययन कर सुगम दर्शन प्रणाली को किया लागु

Sugam Darshan system: काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकाल, तिरूपति और शिरडी साईं मंदिर की प्रणाली को विस्तार से अध्ययन कर सुगम दर्शन प्रणाली को किया लागु

• LAST UPDATED : August 11, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Sugam Darshan system, Himachal: प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी में सुगम दर्शन प्रणाली को देश के चार बड़े मंदिरों में अध्ययन के बाद तैयार किया गया है। काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकाल, तिरूपति और शिरडी साईं मंदिर की प्रणाली को विस्तार से अध्ययन करने के बाद इसे यहां लागू किया गया है। प्रशासन ने ये फैसला लिफ्ट के हो रहे दुरूपयोग और कतार मे दर्शन करने का इंतज़ार कर रहे श्रद्धालुओं की दिक्क्त को देख कर लिया है। सुगम दर्शन प्रणाली को लागु करने की वजह भीड़ को नियंत्रित करना है। जिससे कतार व्यवस्था भी सही तरीके से चले।

अब लिफ्ट से होकर मंदिर जा पाएगे

पूर्व में चिंतपूर्णी मंदिर में लिफ्ट से होकर मंदिर तक पहुंचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। रेफरेंस और लिफ्ट के आगे एकत्रित होकर कुछ लोग दबाव बनाकर यहां से जाते थे। जिसका कुछ लोग बहुत फायदा उठा रहे थे। इसी के साथ चोर रास्तों से भी कुछ श्रद्धालु बीच लाइन में घुस रहे थे। लिफ्ट के दुरूपयोग के मामले संज्ञान में आने पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने लिफ्ट से दर्शन को तत्काल प्रभाव से बंद करवाया। करीब एक सप्ताह से अधिक समय तक लिफ्ट बंद रहने के बाद पास जारी कर श्रद्धालु को लिफ्ट से भेजा जाएग।

पास में भी कुछ अनियमितताएं सामने आने पर आधार ओटीपी आधारित सॉफ्टवेयर शुरू किया गया और ओटीपी दिखाकर दर्शन करवाए गए। अब इसी प्रक्रिया के अनुसार सुगम दर्शन के लिए 1100 रुपये शुल्क (पांच सदस्य), बुजुर्ग और दिव्यांगजन के अटेंडेंट के लिए 50 रुपये शुल्क लिया जा रहा है। आगामी 17 से 25 अगस्त तक होने वाले श्रावण अष्टमी मेले में इस प्रणाली का काफी प्रभाव देखने को मिलेगा।

चोर रास्तों पर भी लगेगी लगाम

ऑनलाइन वेबसाइट से भी बुक होंगे सुगम दर्शन पास आने वाले दिनों में ऑनलाइन वेबसाइट से सुगम दर्शन पास बुक होंगे। इसके लिए सॉफ्टवेयर को वेबसाइट से लिंक किया जाएगा। ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन कोटा भी तय किया जाएगा। वेबसाइट में एक या तीन माह तक के स्लॉट ओपन रहेंगे। वर्तमान में एक दिन का अधिकतम 500 पास जारी करने का कोटा तय किया गया है।

राघव शर्मा, उपायुक्त,ऊना का कहना हैै कि माता चिंतपूर्णी मंदिर में सुगम दर्शन प्रणाली को देश के बड़े मंदिरों में अध्ययन करके मंदिर न्यास की बैठक में चर्चा कर लागू किया गया है। कुछ मंदिरों का ऑनलाइन अध्ययन किया गया। वहीं कुछ मंदिरों की कमेटियों से दूरभाष पर भी राय ली।

ये भी पढ़े- कालका-शिमला नेशनल हाइवे पांच के बहाल होने से यात्रियों को राहत, छोटे वाहन कर पाएगे आवाजाही

SHARE
ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox