इंडिया न्यूज धर्मशाला।
भारतीय डाक विभाग के मण्डलीय अधीक्षक सुरेन्द्र पाल शर्मा ने बताया कि बुधवार को मुख्य डाकघर में टीबी स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ0 आर0 के0 सूद ने टी.बी. से सम्बन्धित जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को खांसी, बुखार, वजन कम होना इत्यादि के लक्षण दिखाई दें तो उसे अपनी जांच तुरंत करवानी चाहिए। इसी बीमारी की जांच व इलाज निःशुल्क किया जाता है और साथ ही टीबी के मरीज (TB patients) को इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपए प्रतिमाह डी.बी.टी. के माध्यम से दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि धूम्रपान करने वाले व्यक्ति, कुपोषण, एचआईवी, कैंसर और शूगर इत्यादि के मरीज में बीमारी के लड़ने की शक्ति और इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और ऐसे व्यक्तियों को टीबी की बीमारी होने का ज्यादा खतरा बना रहता है।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि ऐसे रोगी से भेदभाव न करें व उसका मनोबल बढ़ाएं ताकि वह अपना ईलाज पूरा कर सके व टीबी की बीमारी से बच सके। दवाई शुरू हाने के बाद मरीज संक्रामक नहीं रहता है इसलिए मरीज के बर्तन-कमरा अलग करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।