India news (इंडिया न्यूज़), TB Test, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में खांसी का इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों का टीबी टेस्ट (TB Test) किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी अस्पतालों को निर्देश जारी कर दिया गया है। इससे टीबी के रोगियों की समय से पहचान की जा सकेगी और समय से उनका उपचार भी किया जा सकेगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (स्वास्थ्य) डॉ. एके सिंह ने बताया कि अब तक उन्हीं मरीजों का टीबी टेस्ट किया जाता था जिनकों लंबे समय से खांसी आती थी, लेकिन अब सभी खांसी मरीजों को टीबी टेस्ट कराने के लिए बलगम देने होगा। टीबी के टेस्ट की रिपोर्ट कुछ ही समय में मरीज को मिल जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने टीबी के मरीजों का समय से पता लगाने के लिए ऐसा कदम उठाया है।
आपको बता दें कि इन दिनों देश और प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं हिमाचल प्रदेश को 2024 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य को पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांव स्तर तक टीमों को भेजा जा रहा है। वहीं प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत घर-घर तक जाकर लोगों को खांसी के बारे में बताया जा रहा है। वहीं टीबी से संक्रमित रोगियों के संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है।
प्रदेश में क्षय रोगियों को चलते-फिरते अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा मिलने लगी है। प्रदेश में मोबाइल वैन की सुविधा पूरी तरह से सक्रिय होकर कार्य कर रही है। इसका फायदा सीधे तौर पर टीबी रोगियों को मिल रहा है। इसकी शुरुआत प्रदेश के सोलन जिले में कर दी गई है।
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