केंद्रीय विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान, जैव चिकित्सा विज्ञान और परमाणु चिकित्सा में अनुसंधान को उत्कृष्ट बनाने में मदद के सबंधी बैठक का आयोजन के दौरान उपस्थित विभिन्न संस्थानों के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के अधिकारी।
हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान, जैव चिकित्सा विज्ञान और परमाणु चिकित्सा में अनुसंधान को उत्कृष्ट बनाने में मदद मिलेगी।
- रसायन, जैव चिकित्सा विज्ञान, परमाणु चिकित्सा के अनुसंधान को उत्कृष्ट बनाने में मदद मिलेगी।
इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala Himachal Pradesh)|
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग-विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड, भारत सरकार के सहयोग से केंद्रीय विश्वविद्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विभिन्न सरकारी संस्थानों के निदेशक और आईआईटी के प्रोफेसरों ने भाग लिया। इस प्रकार की बैठक पहली बार हिमाचल में केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित की गई। डीएसटी-एसईआरबी के सहयोग से हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान, जैव चिकित्सा विज्ञान और परमाणु चिकित्सा में अनुसंधान को उत्कृष्ट बनाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने बैठक की सफलता की कामना करते हुए कहा कि हिमाचल में पहली बार हुई इस बैठक की मेजबानी करके हिमाचल प्रदेश का केंद्रीय विश्वविद्यालय गौरवान्वित हुआ है, यह पहल अनुसंधान के बुनियादी ढांचे और वित्त पोषण को प्राप्त करने में मदद करेगी। इसके अलावा संकायों को डीएसटी-एसईआरबी की विभिन्न योजनाओं से परिचित करवाया जाएगा जो उनके अनुसंधान विकास को सुविधाजनक बनाएगी।
इस बैठक को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए कुलपति की ओर से एक समिति गठित की गई है जिसके अध्यक्ष डॉ0 सुनील ठाकुर, पशु विज्ञान विभाग, संयोजक, डॉ0 राजेंद्र कुमार रसायन विज्ञान और रसायन विज्ञान विभाग से हैं। वहीं पर्यटन विभाग से डॉ0 सुमन शर्मा और रसायन विज्ञान से मनीष कुमार सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं।