इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala-Himachal Pradesh)
धर्मशाला के नजदीक पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज (mcleodganj) में पिछले 8 दिन से लापता अमेरिकी पर्यटक (usa tourist) का शव (dead body) मंगलवार (tuesday) दोपहर को मिल गया। शव एक खाई में झाड़ियों में फंस मिला। मौसम साफ होने की वजह से शव बचाव दल अभियान (rescue team operation) को नजर आया। ट्रैकिंग (trekking) का रास्ता भटकने से खाई (gorge) में गिरने से टूरिस्ट की मौत हुई।
बताया जाता है कि मृतक मैक्समिलियन लोरेंज (Maximilian Lorenz) नड्डी गांव (naddi village) के रमणीक पर्यटन स्थल गुना माता ट्रैक (Tourist Place Guna Mata Track) की ट्रैकिंग पर निकला था और रास्ता भटकने से लापता हो गया था और पिछले 8 दिनों से उसका सुराग नहीं मिला रहा था। बल्ह गांव की आरा कैंपिंग साइट से उसकी 2 डायरियां (diaries) मिली हैं, जिसमें उसने अपनी ध्यान-साधना के अनुभवों (meditation experiences) को सांझा किया है।
उसने महात्मा बुद्ध (mahatma budh) का उल्लेख करते हुए लिखा है कि ध्यान (meditation) लगाते समय उसे निर्वाण प्राप्त हुआ है। मैक्समिलियन लोरेंज पिछले 15 दिनों से इसी ट्रैक पर ट्रैकिंग पर निकला था। अचानक वह रास्ते से भटक गया और लापता हो गया। SDRF और माउंटेनियरिंग इंस्टिट्यूट (Mountaineering Institute) के पर्वतारोहियों की टीम ने उसके शव को खोज निकाला।
बताया जाता है कि अमेरिकी नागरिक मैक्समिलियन लोरेंज नड्डी गांव के आरा कैंप में पिछले 15 दिनों से ठहरा हुआ था। 7 नवंबर को फुलमून (full moon) के दिन ध्यान साधना के लिए वह गुना माता ट्रैक पर गया था। उसने 8 नवंबर को भेजे संदेश में लिखा कि वह रास्ता भटक (lost the trek) गया है।
इसके पश्चात आरा कैंप के प्रबंधक ने मैक्समिलियन लोरेंज के लापता होने की सूचना मैक्लोडगंज पुलिस स्टेशन (police station mcleodganj) में लिखवा दी। अमेरिकन नागरिक के लापता होने की सूचना मिलते ही कांगड़ा पुलिस (kangra police) और जिला प्रशासन (district adminstration) ने सूचना मिलते ही (SDRF) की रेस्क्यू टीम (rescue team) रवाना कर दी गई।
मौसम खराब होने के चलते अभी तक लापता मैक्समिलियन लोरेंज का कोई पता नहीं चल सका। (SDRF) के (DSP) सुनील राणा ने बताया कि अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौड़ (adm rohit rathod) ने पत्र लिखकर (SDRF) की टीम को लापता हुए अमेरिकन पर्यटक को ढूंढने के निर्देश दिए थे। मौसम साफ होने के बाद उसका शव खाई में मिल गया।
अमरिकी नागरिक की तलाश के लिए डॉग स्क्वाड के साथ ड्रोन की मदद भी ली गई थी, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से लापता अमेरिकन के ट्रैकर का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। इस मामले के चलते दिल्ली स्थित अमेरिका दूतावास के अधिकारी (US embassy officials)भी धर्मशाला आए हुए हैं।