इंडिया न्यूज़, Shilai Himacal
बिना तथ्यों के समाचार प्रकाशित करने पर वन विभाग ने लगभग आधा दर्जन प्रिंट और सोशल मीडिया संस्थानों को नोटिस थमा दिए है। कुछ दिन पूर्व कुछ प्रिंट और सोशल मीडिया ने जिला सिरमौर के शिलाई वन परिक्षेत्र कार्यालय के अंतर्गत वन बीट भटनोल , ग्राम पंचायत भटनोल में अवैध तरीके से जंगल के अंदर पेड़ काटने के समाचार प्रकाशित किए थे। जो विभागीय जांच में तथ्यहीन पाए गए है , जिसके चलते वन विभाग ने तथ्यहीन समाचार लिखने वाले मीडिया कर्मियों सहित संबंधित संस्थानों को गलत समाचार छापने पर स्पष्टीकरण मांगा है।
जानकारी के मुताबिक 18 मई को सोशल मीडिया साइटों के साथ कुछ प्रिंट मीडिया संस्थानों ने वन बीट भटनोल में वन काटुओं द्वारा अवैध तरीके से करीब 478 हरे भरे देवदार के पेड़ काटने की खबरें प्रकाशित करके क्षेत्र में सनसनी फैलाई थी। साथ में यह लिखा था कि वन काटुओं ने सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रही कंपनी के साथ मिलकर शातिराना तरीके से मौका पर पेड़ों के ठूंठ भी गायब कर दिए है। समाचार पत्रों में छपी फोटो पुरानी बताई जा रही है। समाचार में देवदार के पेड़ों को काटने का जिक्र किया गया है।
जबकि फोटो में चीड़ के पेड़ों का जंगल और स्लीपर दिखाए गए है। समाचार प्रकाशित होने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए वन विभाग हरकत में आया तथा वन मंडल अधिकारी सहित विभाग के कर्मचारियों ने मौका का निरीक्षण किया। विभागीय टीम ने पूरे वन बीट क्षेत्र की जांच पड़ताल व स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर पाया कि जंगल के अंदर अवैध कटान करने का कोई मामला नहीं है।
जो पेड़ सड़क निर्माण कटिंग के दौरान गिरे है। उनकी डीआर विभाग ने पहले ही काटी हुई है। और जो पेड़ सड़क अधिग्रहण वाले क्षेत्र की जद में आए है। उन्हे पहले ही संबंधित विभाग काटकर ले गया है। निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि जिन मीडिया कर्मियों ने देवदार के पेड़ों को अवैध तरीके से काटने को लेकर समाचार प्रकाशित किए है।
उनका झूठी खबर प्रकाशित करने के पीछे निजी स्वार्थ छिपा है।
प्रिंट मीडिया व सोशल मीडिया साइटों पर छपा समाचार झूठ व निराधार साबित हुआ है। जिस पर वन विभाग द्वारा संबंधित आधा दर्जन के करीब मीडिया संस्थानों को झूठी खबरें प्रकाशित करने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
वन विभाग रेणुका मंडल अधिकारी उर्वशी ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ प्रिंट और सोशल मीडिया कर्मियों ने शिलाई के भटनोल बीट में देवदार के सैकड़ों पेड़ों को अवैध तरीके से काटने के समाचार प्रकाशित किए है। तो पूरी पूरी तरह तथ्यहीन पाए गए है।
इसलिए संबंधित समाचार को प्रकाशित करने वाले सोशल मीडिया सहित प्रिंट मीडिया संस्थानों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।