इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: भारत में पहले ही टिकटॅाक(Tik-tok) को बैन किया जा चुका है। इसके बाद अब दुनिया के कई देशों में टिकटॅाक को बैन करने की मांग की जा रही है। हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और कनाडा के सांसदों ने सुरक्षा का हवाला देते हुए चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाले वीडियो ऐप टिकटॅाक को बैन करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। भारत ने 2020 के मध्य में टिकटॉक को बैन कर दिया था। उस दौरान भारत सरकार ने 59 चीनी स्वामित्व वाले ऐप पर नकेल कसते हुए प्रतिबंध लगाया था। सरकार ने दावा किया कि वे भारत के बाहर सर्वर पर उपयोगकर्ताओं के डेटा को गुप्त रूप से प्रसारित कर रहे थे।
व्हाइट हाउस (White House) ने सोमवार को फ़ेडरल एजेंसियों को बताया कि सरकारी उपकरणों से ऐप हटाने के लिए उनके पास 30 दिन का समय है। कनाडा और यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा ने भी आधिकारिक उपकरणों से ऐप पर बैन लगा दिया है। हाउस कमेटी ने उस कदम का समर्थन किया जिसमें राष्ट्रपति जो बाइडेन को देश भर में सभी उपकरणों से टिकटॅाक पर प्रतिबंध लगाने की अनुमति देगा। इसके बाद से टिकटॅाक पर दबाव बढ़ गया है।
पश्चिम के देशों के सांसदों और नियामकों ने चिंता व्यक्त की है कि टिकटॉक और इसकी मूल कंपनी बाइटडांस संवेदनशील डेटा, जैसे स्थान की जानकारी, चीनी सरकार के साथ साझा कर सकती है। सांसदों ने उन कानूनों की ओर इशारा किया है जो चीनी सरकार को गुप्त रूप से डाटा उपलब्ध कराती हैं। साथ ही चीनी कंपनियों और नागरिकों से खुफिया जानकारी जुटाने के लिए डेटा की मांग करने की अनुमति देते हैं।
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