इंडिया न्यूज़, चंबा
जिले में मंगलवार सुबह मूसलाधार बारिश (heavy rain) होने से भरमौर-पठानकोट (Bharmour-Pathankot) सहित आधा दर्जन मार्गों पर मलवा आने से वाहनों की कई जगह रास्ता बंद होने से लंबी कतार लग गई। भरमौर-पठानकोट एनएच चनेड़ के पास यातायात के लिए बंद हो गया। कई भागों में ओलावृष्टि भी हुई है।
जिला के चुराह विधानसभा क्षेत्र में सुबह तूफान से अंधेरा छा गया। तूफान से उपमंडल की टेपा पंचायत (tepa panchayat) में निर्माणाधीन दो मंजिला मकान की छत उड़ गई। वहीं, तीसा-बैरागढ़ मुख्य मार्ग पर तरवाई के पास भारी बारिश के कारण सड़क के ऊपर तेज प्रवाह में झरना (Spring) बहने लगा, जिसके चलते कुछ समय के लिए सड़क पर वाहनों की आवाजाही रूक गई।
चंबा (Chamba) में सुबह मौसम में हुए अचानक बदलाव के कारण शहर में दस मिनट के लिए दिन का उजाला रात के अंधेरे में बदल गया। सुबह लोग रोजमर्रा की तरह अपने कार्यों में लगे थे, कि अचानक सुबह मौसम ने करवट बदल ली और देखते ही देखते पांच मिनट के अंदर घुप्प अंधेरा छा गया, जिससे लगा कि अचानक रात हो गई है। प्रकृति के बदले इस रूप को देखकर लोग दंग रह गए।
करीब 15 मिनट तक ऐसा अंधेरा छाया कि सभी सोलर लाइटें भी जलनी शुरू हो गई, जबकि इस दौरान बिजली गुल हो गई। उसके बाद क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि हुई, जिससे सेब आदि की फसल को काफी नुकसान हुआ हो सकता है। दूसरी और तीन महिने के बाद हुई बारिश से लोग काफी खुश हैं क्युकि इस बारिश से गर्मी से राहत मिली है।
उधर, कांगड़ा जिले के कई भागों में भी बारिश हुई है। इंदौरा, जसूर, ज्वालामुखी, राजा का तालाब व अन्य क्षेत्रों में बारिश से गर्मी से राहत मिली है। पालमपुर में भी मौसम काफी खराब है और काले घनघौर बादल छाए हुए हैं। पालमपुर से साथ गावों में किसान सकते में हैं क्युंकि उन्होने गेहूं की फसल काट ली है और ट्रैक्टर का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन मंगलवार को मौसम में अचानक हुई करवट से किसान लोग काफी चिंतित दिख रहे है और उनका अपनी फसल का नुक्सान दिखाई दे रहा है।