इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश (Vande bharat express): भारत सरकार ने यात्रियों की सुविधा और कम समय में यात्रा को करने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन देश के कई हिस्सों में कर रही है। वहीं एशिया की पहली लोको पायलट सुरेखा यादव ने वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाई। उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस को महाराष्ट्र के सोलापुर से सीएसएमटी तक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई। सुरेखा की इस उपलब्धि के लिए वहां मौजूद पायलटों ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर जोरदार स्वागत किया। सुरेखा ने वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के लिए आभार जताया। ट्रेन चलाते समय जिन सावधानियों को ध्यान रखना है उनमें सिग्नल का पालन करना, अन्य चालाक दल के साथ समन्वय आदि शामिल है।
एशिया की पहली महिला पायलट सुरेखा ने चलाया वंदे भारत एक्सप्रेस
महाराष्ट्र के सोलापुर से सीएसएमटी तक चलाई ट्रेन
साथी पायलटों ने सुरेखा छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर किया स्वागत
1988 में पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनीं थी सुरेखा यादव
जानिए सुरेखा यादव के बारे में
सुरेखा महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं। सुरेखा 1988 में पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनीं थी। मध्य रेलवे में शामिल होने से पहले सुरेखा ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था। अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाने के अनुभव के बारे में पूंछे जाने पर उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। जो उन्नत तकनीक से लैस है, इसलिए पारंपरिक ट्रेनों की तुलना में इसे चलाने में अधिक सतर्कता की आवश्यकता है। वंदे भारत ट्रेन पर तैनाती से पहले उन्होंने फरवरी 2023 में रेलवे संस्थान वडोदरा से प्रशिक्षण पूरा किया था।
कार और बाइक नहीं चलाई हैं सुरेखा
सुरेखा यादव को सीआर के सबसे कुशल ट्रेन चालकों में से एक माना जाता है, लेकिन यह दिलचस्प है कि उन्होंने ट्रेन के अलावा कार या दोपहिया वाहन को चलाने का प्रयास कभी नहीं किया। जब उनसे इस बारे में पूछा गया को उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि मैं वह सब कर सकती हूं जो पुरुष कर सकते हैं,लेकिन मैंने अभी तक कार या बाइक चलाने का प्रयास नहीं किया है क्योंकि आजतक मुझे ऐसा करने की जरूरत ही नहीं हुई।
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