India news (इंडिया न्यूज़), Water cess, मंडी: प्रदेश सरकार की तरफ से जल विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस (Water cess) लगाने से बिजली उत्पादन की लागत पर प्रभाव पड़ने जा रहा है। यह बात शनिवार को मंडी जिला में एनटीपीसी कोलडैम हाइड्रो पावर परियोजना के महाप्रबंधक कुलविंदर सिंह ने जमथल में मीडिया से बातचीत में कही। कुलविंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश में जल विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस (Water cess) को लेकर अधिसूचना जारी की गई है। एनटीपीसी कोलडैम हाइड्रो पावर परियोजना के पास अधिसूचना पहुंच गई है। लेकिन अधिसूचना में अभी साफ तौर पर निर्देश नहीं है। जैसे ही वाटर सेस (Water cess) को लेकर सरकार की ओर से निर्देश जारी होने पर इसका भुगतान किया जाएगा।
कुलविंदर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वाटर सेस (Water cess) को लगाने को लेकर मना किया जा रहा है और प्रदेश सरकार वाटर सेस लगाने की बात कह रही है।उन्होंने कहा कि वाटर सेस (Water cess) को लेकर सरकार की तरफ से नीति बनाई गई है और इसके आधार पर कार्य किया जाएगा। कुलविंदर सिंह ने कहा कि देश की उन्नति में ऊर्जा का विशेष स्थान रहता है और एनटीपीसी भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वाटर सेस (Water cess) के लिए आगे बढ़ रही है। इसके अगर कोई भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी तो लड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी वाटर सेस खिलाफ बोल रही थी, जबकि प्रदेश सरकार वाटर सेस के लिए काम कर रही है।
इसे भी पढ़े- Nose bleeding: गर्मियों में बच्चों की नाक से खून (Nose bleeding) आने पर अपनाएं ये तरीका