India News(इंडिया न्यूज़), WFI Case: कांग्रेस नेता और मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने पर दुख व्यक्त किया है और इसे देश में खेल के इतिहास का काला दिन बताया है।
शुक्रवार को एक प्रेस कोंफ्रेंस को दौरान मुक्केबाज विजेंदर सिंह कहा, एक खिलाड़ी के रूप में, मैं साक्षी मलिक की पीड़ा को समझ सकती हूं, क्योंकि उन्होंने यौन उत्पीड़न मामले में सरकार से न्याय नहीं मिलने के कारण कुश्ती छोड़ दी थी। अगर देश के लिए मेडल लाने वाले एथलीटों के साथ ऐसा हो सकता है तो आम लोगों के साथ क्या होगा?
VIDEO | "As a player, I can understand the anguish of Sakshee Malikkh as she quit wrestling because she did not get justice from the government in the sexual harassment case. If this can happen with athletes who have brought medals for the country then what will happen with the… pic.twitter.com/ehmgosjTUV
— Press Trust of India (@PTI_News) December 22, 2023
प्रेस कांफ्रेंस दौरान उनेहोने आगे कहा, “खेल उद्योग इससे निराश है। हम हर खिलाड़ी, हर स्टेडियम और हर अखाड़े में जाएंगे और उनसे महिला सुरक्षा, एथलीटों के रोजगार के बारे में बात करेंगे और हम उनके साथ खड़े रहेंगे…”
#WATCH | Delhi: Congress leader Vijender Singh says, "The sports industry is upset with it (wrestler Sakshee Malikkh's retirement). We will go to every player, every stadium and every 'akhada' and speak to them about women safety, the employment of the athletes and we will stand… pic.twitter.com/KDU554JJdy
— ANI (@ANI) December 22, 2023
साक्षी मलिक के संयास के बाद मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “एक खिलाड़ी होने के नाते मैं उनका दर्द समझ सकता हूं। कुश्ती में एकमात्र महिला पदक विजेता ने न्याय की मांग की लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। इससे आहत होकर उन्होंने संन्यास ले लिया। पूरी दुनिया में भारत की छवि बढ़ेगी या घटेगी? पूरी खेल इंडस्ट्री निराश है। उनका आरोप है कि हरियाणा में लड़के-लड़कियों में भेदभाव है और लड़कियां कम हैं। इसके बाद क्या माता-पिता अपनी बेटियों को स्टेडियम भेजेंगे? बेटियों के माता-पिता को चिंता होगी कि कहीं ओलिंपिक पदक विजेता को मौका न दिया जाए न्याय, हमें कैसे मिलेगा। प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति सभी को आकर जवाब देना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ… यह न्याय प्रणाली और लोकतांत्रिक ढांचे पर कई सवाल खड़े करता है…”
#WATCH | Delhi: On wrestler Sakshee Malikkh's retirement announcement, Congress leader Vijender Singh says, "Being a player, I can understand her pain. The only female medalist in wrestling demanded justice but she did not get it. Pained by this, she retired. The image of India… pic.twitter.com/h8fnUqm3q4
— ANI (@ANI) December 22, 2023
बता दें कि इस साल जनवरी में, तीनों पहलवानों ने जंतर-मंतर पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें बृज भूषण शरण सिंह पर कई पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। सरकार द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद उन्होंने अपना विरोध समाप्त कर दिया। पहलवानों को यह भी आश्वासन दिया गया कि बृजभूषण शरण सिंह के किसी भी सहयोगी या रिश्तेदार को कुश्ती संस्था के अगले चुनाव में लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिसके बाद अब भारतीय पहलवान साक्षी मलिक के पहलवानी से सन्यास ले लिया है।
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