इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)।
शिमला नागरिक सभा (Shimla Nagarik Sabha) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के शिमला (shimla) के 31 मई के प्रस्तावित दौरे का स्वागत किया है। सभा ने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री इस दौरान शिमला शहर व प्रदेश के लिए विकास की नई परियोजनाओं के आर्थिक पैकेज की घोषणाएं करेंगे। साथ ही पूर्व दौरों के दौरान प्रदेश के लिए किए वायदों को अमलीजामा पहनाएंगे। शिमला नागरिक सभा के संयोजक व शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान राज्य सरकार ने रिज मैदान (ridge ground) पर एक रैली करने का कार्यक्रम बनाया है।
सरकार इसमें दावा कर रही है कि हजारों की भीड़ एकत्रित की जाएगी। ऐसी स्थिति में उनका सरकार व प्रधानमंत्री कार्यालय से निवेदन है कि जनहित व आज की वस्तुस्थिति को ध्यान में रखते हुए रैली का स्थान रिज मैदान से बदलकर अनाडेल मैदान में निश्चित किया जाए ताकि शिमला शहरवासियों को इस यात्रा के दौरान कम से कम असुविधा हो और रिज टैंक की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए।
संजय चौहान ने कहा कि अब केवल 1 सप्ताह का समय प्रधानमंत्री की 31 मई को होने वाली रैली के लिए शेष रहा है परंतु कुछ दिनों से सरकार व प्रशासन द्वारा इस रैली की तैयारी को लेकर जो कार्य किए जा रहे हैं, उससे जनता को कई प्रकार की असुविधाएं हो रही हैं।
शिमला शहर में कुछ समय से लंबे जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर में जहां पर सफर में 10 से 15 मिनट लगते हैं, वहां 2 घंटे तक का समय लग रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे शहर में स्कूल जाने वाले बच्चों, कर्मचारियों व नियमित रूप से काम पर जाने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे रैली का समय नजदीक आएगा, शहर के रास्तों में बेरिकेटिंग बढ़ेगी और जनता के साथ-साथ पर्यटकों की भी परेशानी और अधिक बढ़ेगी और इससे लम्बे समय से पर्यटन व्यवसाय जोकि संकट के दौर से गुजर रहा था, और अधिक प्रभावित होगा।
चौहान ने कहा कि शहर में लम्बे समय से पेयजल का भी संकट चल रहा है परंतु अब प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के कारण शहर की साफ-सफाई में भी इसी पानी का प्रयोग किया जा रहा है जिससे पेयजल का संकट और अधिक विकराल हो रहा है।
अब शहर में पेयजल आपूर्ति नियमित नहीं की जा रही और एक दिन छोड़ कर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में तो 4 से 6 दिनों के बाद पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इससे जनता की परेशानी और अधिक बढ़ गई है।
संजय चौहान ने कहा कि रिज मैदान ऐतिहासिक धरोहर है और इसके नीचे 100 वर्ष से अधिक समय पहले बना टैंक है जिससे शहर के 40 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति की जाती है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में पूर्व नगर निगम ने इसके एक हिस्से में दरारें देखी थी और इसकी मरम्मत के लिए तुरंत उचित कार्य करने के लिए योजना बनाई थी।
इसको ध्यान में रखते हुए पूर्व नगर निगम के उपमहापौर ने वर्ष 2017 में भी प्रधानमंत्री की रिज पर प्रस्तावित रैली को लेकर इस स्थान पर न कर अन्य स्थान पर करने के लिए एक पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखकर आग्रह किया था।
वर्ष 2020 में टैंक में दरारें और अधिक बढ़ गई थी और उसके पश्चात इसकी कुछ हद तक मरम्मत भी की गई है। ऐसी परिस्थिति में हजारों की भीड़ इस पर इकट्ठा करना इसके लिए और अधिक खतरा पैदा कर सकता है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्तमान परिस्थिति में जनभावनाओं, इस रैली से जनता को होने वाली असुविधा तथा रिज मैदान व टैंक की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस रैली के स्थान को रिज मैदान से बदलकर अनाडेल मैदान में किया जाएगा।
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