India News(इंडिया न्यूज़), Wheat Procurement: गेहूं की खरीद हिमाचल प्रदेश की मंडियों में 10 जून तक ही की जाएगी। वहां का खराब मौसम इस बार किसानों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ हैं। जिस वजह से 1,400 किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए राज्य खाद्य आपूर्ति निगम की वेबसाइट पर करवाया है। जहां एक पंजीकरण तो शुक्रवार यानी कल भी हुआ था।
बता दें आपको की 1,343 किसानों की तो इनमें से वेरिफिकेशन भी हो गई है, वहीं बचे हुए 1,151 किसानों को टोकन जनरेट हुए। वहीं सरकार को 810 किसानों ने अब तक 2,864 मीट्रिक टन उपज बेची। जिसके बाद किसानों के बैंक खातों में 6.08 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। बस इतना ही नहीं इस बार खराब मौसम की वजह से किसानों को उपज मंडियों तक पहुंचाने में बहुत दिक्कतें झेलनी पड़ीं। हालांकि, बार-बार बारिश होने के कारण कई जगह के गेहूं में नमी आई तो कई जगह के खराब भी हो गए। जिस वजह से किसानों को बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है।
बता दें, सूबे की 10 मंडियों में इस बार 10 अप्रैल से ही गेहूं की खरीद शुरू की गई थी। जहां शुरु के समय तो मंडियों में बहुत कम संख्या में किसान पहुचे थे। वहीं मई में मंडियों में किसानों की संख्या तो बढ़ी, पर खराब मौसम के चलते उनके हाथ मायूसी ही लगी। मंडियों में पिछले दो हफ्ते से कम किसान उपज लेकर पहुंच रहे हैं। जिसके बाद सिरमौर जिले के पांवटा इलाके में कुछ व्यापारियों ने हाथोंहाथ किसानों से गेहूं खरीदा, जो एमएसपी से 100 से 150 रुपये ज्यादा रहा। वहीं किसानों को मौसम ने परेशान कर रखा हैं, जिसके बाद इक्का दुक्का किसान ही अब मंडियों का रुख कर रहे हैं।
मंडियां मीट्रिक टन भुगतान (लाखों में) किसान
पांवटा साहिब, सिरमौर 982 208.73 266
रामपुर, ऊना 76 16.13 30
बद्दी, सोलन 71.54 3
धौलाकुआं, सिरमौर 534 113.46 209
नालागढ़, सोलन 32 6.7 9
टकारला, ऊना 122 25.84 33
मिलवां, कांगड़ा 92 19.64 14
रियाली, कांगड़ा 1019 216.35 246
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