India News (इंडिया न्यूज), Zero Terror Policy: कठुआ के महानपुर के डाम्बरा इलाके में एक कड़ी सुरक्षा वाली जेल तैयार की जा रही है। जिसमें 600 खूंखार आतंकवादियों को रखा जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार 11 दिसंबर को राज्यसभा में जम्मू और कश्मीर आरक्षण और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयकों पर चर्चा करते हुए मोदी सरकार की जीरो ऑर्डर पॉलिसी का भी हवाला दिया था।
गृह मंत्री बने सोमवार को बताया कि जम्मू कश्मीर में 105 करोड़ की लागत में ये जैल तैयार होने वाली है। इस जेल में सिर्फ आतंकवादियों को ही रखा जाएगा। यह जेल कठुआ जिले के महानपुर में तैयार की जा रही है। कठुआ के महानपुर के डाम्बरा इलाके में तैयार की जाने वाली इस जेल में 600 से भी ज्यादा खूंखार आतंकवादियों को रखा जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि सरकार का ध्यान जम्मू कश्मीर की टेरर फंडिंग के इकोसिस्टम को खत्म करने पर है। 105 करोड रुपए की लागत में कश्मीर में बनी इस जेल को खास तौर पर आतंकवादियों के लिए बनाया जा रहा है। और उसकी सुरक्षा को कोई भी पार नहीं कर पाएगा।
6 दिसंबर को संसद को सरकार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में पिछले लगभग छह वर्षों में गिरावट देखी गई है और 2023 में अब तक की सबसे कम संख्या दर्ज की गई है। अमित शाह ने आंकड़े देते हुए कहा कि इस साल 15 नवंबर तक जम्मू-कश्मीर में 41 “आतंकवादी प्रेरित” घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल 125, 2021 में 129, 2020 में 126, 2019 में 153 और 2018 में 228 घटनाएं हुई थीं।
मार्च 2023 में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में मोदी सरकार की जीरो टेरर पॉलिसी की बात रखी थी। अमित शाह ने कहा कि सरकार का ध्यान जम्मू-कश्मीर में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने पर है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तीन साल तक जीरो टेरर पॉलिसी लागू है और 2026 तक इसके सफल होने की संभावनाएं हैं।
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