इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: महाशिवरात्रि का त्योहार देश भर में आज यानी 18 फरवरी को मनाया जा रहा है। लोग शिवरात्रि के मौके पर व्रत रख रहे हैं और भगवान शिव का पूजन भी कर रहे हैं। सुबह से ही मंदिरों में भक्तगण भगवान शिव के दर्शन पूजन के लिए लंबी कतार लगाकर अपना नंबर आने की प्रतिक्षा कर रहे हैं। वैसे तो भगवान शिव का पूजन हर समय करना कल्याणकारी माना जाता है लेकिन आज शिवरात्रि के मौके पर लोगों को पूजन की विधि और पूजन करने के समय को ध्यान में रखकर पूजन करना चाहिए ताकि भक्तों को भगवान शिव के पूजन का लाभ मिल सके।
अयोध्या से आचार्य मनीषानंद महाराज ने बताया कि महाशिवरात्रि में भगवान शिव का व्रत रखने से लाभ की प्राप्ति होती है। उन्होंने बताया कि भगवान शिव का पूजन शुभ मुहूर्त संयमकाल के दौरान प्रदोष काल में करने से भक्त पर भगवान शिव की कृपा होती है और शुभ फल प्राप्त होता है। प्रदोष काल शाम 5:37 बजे से 7:00 बजे तक रहेगा। दिन में दोपहर 12:12 बजे से लेकर 12:57 बजे तक भगवान शिव का पूजन करने से भी शिव जी प्रसन्न होंगे। शुभ मुहूर्त पर ही भगवान शिव का पूजन करना चाहिए जिससे भक्त को शुभ फल प्राप्त हो सके।
आचार्य मनीषानंद ने बताता कि पूजन के दौरान कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका उपयोग करना चाहिए ताकि शिव जी प्रसन्न हो जाए। उन्होंने बताया कि गाय के दूध से भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से भक्त को सर्व शिद्धियां और बेल पत्र चढ़ाने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। वहीं शमी का पत्ता और फूल चढ़ाने से अमंगल का नाश होता है और मंगल की प्राप्ति होती है। धतूर का फूल और फल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति और भांग का पत्ता चढ़ाने से विजय की प्राप्ति होती है।
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