India News J&K (इंडिया न्यूज़), J&K Mehbooba Mufti: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा उपायों को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए संवैधानिक अधिकारों और कानून के शासन की बलि नहीं दी जानी चाहिए।
मुफ्ती की यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन के उस बयान के बाद आई, जिसमें उन्होंने कहा था कि विदेशी आतंकवादियों का समर्थन करने वालों पर शत्रु एजेंट अध्यादेश लागू किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर इस फैसले को “चिंताजनक” और “न्याय का उल्लंघन” बताया। उन्होंने कहा कि ये पुराने कानून मानवाधिकारों को प्रताड़ित करते है और संविधान के मूल्यों के विपरीत हैं।
महबूबा की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं से स्पष्ट है कि कश्मीर के प्रति भाजपा की नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। उन्होंने मियां अब्दुल कयूम की गिरफ्तारी और बार एसोसिएशन के चुनावों पर प्रतिबंध का भी जिक्र किया।
इल्तिजा ने आरोप लगाया कि ये कार्रवाइयां कश्मीरियों को दंडित करने के लिए की जा रही हैं, क्योंकि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के फैसले का विरोध किया था।
यह विवाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और मानवाधिकारों के बीच संतुलन के मुद्दे को फिर से सामने लाता है। सरकार का कहना है कि ये कदम आतंकवाद से निपटने के लिए जरूरी हैं, जबकि आलोचक इन्हें नागरिक स्वतंत्रता पर हमला मानते हैं।
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