Beauty Tips: चेहरे पर दाग और काले स्पॉट्स से आप भी हैं परेशान, तो जानें डर्मेटोलॉजिस्ट से इसका इलाज

India News (इंडिया न्यूज़), Beauty Tips: हर किसी की स्किन अलग-अलग प्रकार की होती है। ऐसे में कई बार हमारी स्किन टोन कुछ ऐसी हो जाती है कि चेहरे के कुछ हिस्से पर अलग पैच दिखने लगते हैं। इसके लिए आप डर्मेटोलॉजिस्ट के बताए ये टिप्स अपना सकते हैं। किसी को भी अपने चेहरे पर कोई दाग या फिर दाने अच्छे नहीं लगते हैं, हम में से कई लोग ऐसे होते हैं जिनकी स्किन टोन अनईवन होती है। तो आइए जानते है इस बारे में डर्मेटोलॉजिस्ट के सुझाव-

सूरज की धूप बचकर रहें

कई बार ब्लू लाइट और इंफ्रारेड रेज जो किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से निकलती हैं, ये कि स्किन के लिए हानिकारक होती हैं और ये हाइपर पिगमेंटेशन और पैची स्किन की वजह बनती हैं। इसके लिए आप रोज़ाना सनस्क्रीन जरूर लगाएं। घर के अंदर होने पर भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना ही है। क्योंकि घर के अंदर भी कई बार हमारी स्किन सूरज की किरणों के कारण डैमेज हो जाती हैं। सनस्क्रीन को हर मौसम में और रोज़ाना लगाना चाहिए।

स्किन इंग्रीडिएंट्स का रखें ध्यान

ऐसे स्किन इंग्रीडिएंट्स को ही चुनें जो डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया हो। अपने स्किन केयर रूटीन में कोजिक एसिड,  विटामिन-सी, लिकोरिस (मुलेठी) आरब्यूटिन जैसे इंग्रीडिएंट्स का चुनाव करें। हां, लेकिन इन्हें इस्तेमाल करने से पहले डर्मेटोलॉजिस्ट से बात जरूर कर लें। हो सकता है कि इनमें से कोई इंग्रीडिएंट आपकी स्किन को सूट ना करे। ऐसे में डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा बताया गया ट्रीटमेंट काफी ही मददगार साबित होगा।

एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स करें यूज

अगर आपकी स्किन में काफी पहले से पैच पड़े हुए हैं या स्किन की टोन अनईवन है, तो ऐसे में आपको एंटीऑक्सीडेंट सप्लीमेंट्स इस्तेमाल करने चाहिए। ये फ्री रेडिकल्स से स्किन को फ्री करते हैं और अनईवन स्किन टोन को खत्म कर देते हैं। ऐसा कोई भी स्किन सप्लीमेंट लेने से पहले आपको डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। कई लोग बिना सोचे समझे फिश ऑयल, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स वगैरह का भरपूर मात्रा में सेवन कर लेते हैं जो उनके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।

ग्लाइकोलिक एसिड

ग्लाइकोलिक एसिड, टीसीए, रेटिनॉल और अन्य केमिकल पील्स भी स्किन पिगमेंटेशन और अनईवन स्किन टोन को ठीक करने में सहायता कर सकते हैं। आज के समय में केमिकल पील्स काफी ज्यादा इस्तेमाल हो रही है। केमिकल पील्स 2-3 हफ्ते के अंतराल से करनी चाहिए और अगर आप चाहें तो किसी एक्सपर्ट से इसकी सलाह भी ले सकती हैं। ये हाइपरपिगमेंटेशन कम करने में सबसे अच्छा तरीका साबित हो सकता है।

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Aakriti Singh

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