India News (इंडिया न्यूज़), Kangra News, Himachal; संवाददाता संजीव महाजन: नूरपूर ब्लाक की सुलयाली पंचायत में राजकीय आयुर्वैदिक चिकित्सालय में बेहतरीन सुविधाएं ना मिलने पर गांवों वासियों ने चिकित्सालय प्रांगण सामूहिक धरना प्रदर्शन किया और प्रशासन विभाग व चिकित्सालय प्रभारी( चन्द्र प्रकाश अरुण) के खिलाफ जमकर नारेबाजी । इसके साथ ही मांगों को लेकर उन्होंने सरकार, प्रशासन को 15 दिनों का समय भी दे दिया । अगर 15 दिनों में मांगों को नहीं माना गया तो सभी गांववासी मिलकर इससे भी बडा धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की रहेगी । इस धरना प्रदर्शन में पंचायत प्रधान,उप प्रधान , वार्ड सदस्य , बीडीसी सदस्य व भारी संख्या में गांव के लोग शमिल रहे।
उपप्रधान नरेश शर्मा ने कहा कि हमने ज्यादा संख्या में लोगों को नहीं बुलाया था मगर फिर गांव के लोग यहां पहुंचे हैं हमने आज पन्द्राह दिनों का सरकार ,प्रशासन और विभाग को समय दिया है अपनी मांगों को लेकर अगर 15 दिनों में हमारी मांग को लेकर कोई हल नहीं किया गया तो हम सब उग्र धरना प्रदर्शन भी कर सकते हैं जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की रहेगी । मै सरकार और प्रशासन से गुजारिश करना चाहता हूं कि इतने बड़े क्षेत्र को आज सुविधा से बचित होना पड़ा है हाल ही में कुछ दिन पहले सब ने देखा कि 14 वर्षीय बच्चा तडफ रहा था तो उस बच्चे को लेकर अस्पताल में आए तो जिस डॉक्टर की उस समय ड्यूटी थी वह उस समय उपलब्ध नहीं था मैं चाहता हूं कि हमारे गरीब लोगों को सुविधा मिले इतना बड़ी अस्पताल की बिल्डिंग बनी है इसका उपयोग हो यही हमारी मांग । हमने मौके पर देखा तो डाक्टर नहीं था डाक्टर बहानेबाजी करने लगा ।
पंचायत बीडीसी सदस्य संजय सौगुणी ने कहा कि मैं इस समास्या को लेकर लोगों का समर्थन करता हूं आने वाले समय में जो प्रधान,उपप्रधान ने जो मांगे प्रशासन से रखी है उन्हें पूर्ण किया जाए ।समय समय पर जो पार्टी आई है उनके विधायक ने इस अस्पताल का बढ़ाई काम करवाया है काफी बड़ा बजट यहां खर्च किया हम चाहते हैं कि जो बजट यहां खर्च किया है उसका सही उपयोग होना चाहिए यहां डाक्टर की 24 घंटे सुविधा होनी चाहिए हमारा प्रशासन से आग्रह है कि जल्द से जल्द इस समास्या का हल होना चाहिए यह जो अस्पताल है यह सात से आठ पंचायतों को कवर करता है जिसमें 25 से 30 हजार की आबादी है जल्द जल्द इस समास्या का हल किया जाए अन्यथा 15 दिनों के बाद जो कार्यवाही करनी होगी उसके लिए हम बाध्य होंगे।
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