India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan 3, Himachal: चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ने बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह पर उतर कर इतिहास रच दिया। लैंडिंग के साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। इससे पहले मिशन की सफलता के लिए देश भर में प्रार्थनाएं हुईं। चंद्रयान-3 की सफल लैडिंग के बाद देशभर में उत्साह की लहर है।
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर भारतीय वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
डॉ. रितु कारिधाल के कंधों पर थी चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी
चंद्रयान-3 का लैंडर की सफल लैंडिंग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लिए भी खास है, क्योंकि भारत की ‘रॉकेट वूमन’ के नाम से मशहूर लखनऊ की बेटी डॉ. रितु कारिधाल के इशारे पर चंद्रयान-3 श्रीहरिकोटा से अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ था। इसरो ने जानकारी दी है कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग की जिम्मेदारी इस बार वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक डॉ. रितु को सौंपी गई है और वह चंद्रयान-3 की मिशन डायरेक्टर हैं। अभियान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पी. वीरा मुथुवेल हैं। इसके पहले डॉ. रितु मंगलयान की डिप्टी ऑपरेशन डायरेक्टर और चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर रह चुकी हैं।
मुजफ्फरनगर की बेटी शितिशा की टीम ने बनाया चंद्रयान-3 का लैंडर
अंतरिक्ष जगत में भारत आज इतिहास रचने जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का मिशन चंद्रयान-3 आज शाम चंद्रमा की सतह पर ‘साफ्ट लैंडिंग’ करेगा। वेस्ट यूपी में खासा उत्साह इसलिए भी है कि मुजफ्फरनगर का बेटा और एक बेटी भी इस मिशन का हिस्सा हैं।