सुभाष चौहान। Mp Kartik Sharma : राज्यसभा के नवनिर्वाचित सांसद कार्तिक शर्मा का रविवार को ऐलनाबाद में भव्य नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। यह पहला अवसर था जब राज्यसभा सांसद बनने के बाद वे ऐलनाबाद आए। उनके आगमन पर शहरवासियों की ओर से उनका जोरदार स्वागत किया गया। सांसद कार्तिक शर्मा के स्वागत के लिए शहरवासियों में काफी उत्साह देखा गया। उनके स्वागत में शहर भर में जगह-जगह होर्डिंग लगाए गए। वहीं शहर की गौशाला मार्ग पर स्थित सनातन धर्मशाला में भव्य पंडाल सजाया गया, जहां हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया।
रामनिवास रसिया ने अपने मधुर भजनों से समां बांधा वहीं मंच संचालन एडवोकेट प्रवीण शर्मा ने किया। हरियाणा जन चेतना पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं नगरपार्षद सत्यनारायण पांडिया के नेतृत्व में सैंकड़ों युवाओं ने सिरसा रोड़ पर उपमंडल कार्यालय के पास उनका फूलमालाओं से स्वागत किया और मोटरसाईकिल जुलूस के साथ उन्हें पूरे शहर के बीच से होकर आयोजन स्थल तक लेकर गए। यहां वि़द्वान ब्राह्मणों की टीम ने उनका वैदिक विधि विधान से स्वागत किया।
उन्हें ब्राह्मण समाज की ओर से पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। शहीद भगतसिंह वैल्फेयर ट्रस्ट, पतंजलि योग समिति, मिशन टीम ग्रीन, अटल सेना, युवा अग्रवाल सभा, ह्यूमन राईट एंटी क्रप्शन टीम व अन्य कई समाजसेवी संगठनों ने सांसद कार्तिक शर्मा को विभिन्न स्मृति चिहृन देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपने स्वागत से गदगद हुए सांसद कार्तिक शर्मा ने अपने संबोधन में ऐलनाबाद की पावन धरती पर बुलाने के लिए सभी का आभार जताया।
उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद में आना, अपने आप में एक नए अनुभव से गुजरने जैसा है। उन्होने कहा कि आपके प्यार और आशीर्वाद ने ही उन्हें राज्यसभा तक पहुंचाया है। जितना यहां के लोगों ने प्रार्थना की और शुभकामनाएं दीं, उतना ही प्यार उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी दिया।
उन्होंने कहा कि चौटाला परिवार ने उनकी जितनी मदद की, उसे वे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। तमाम दिक्कतों के बाद भी जिस तरह से यहां के लोगों ने अपने जोश का परिचय दिया है, वह काबिले तारीफ है।
उन्होने कहा कि एक तो धान की खेती वाला इलाका, दूसरा पानी का लगातार नीचे जाना यहां की सबसे बड़ी समस्या है। कभी ये इलाका धान की खेती के मामले में पूरे प्रदेश में नंबर एक था, लेकिन पानी के नीचे जाने की वजह से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है और इन्हीं परेशानियों से दो-चार होते हुए यहां के लोग संघर्ष कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संघर्ष अगर ज्यादा लंबा हो तो इंसान टूटने लगता है इसीलिए संघर्ष का रास्ता छोड़कर नए रास्ते तलाशे जाएं। कमाई का नया तरीका खोजा जाए। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी बार-बार कहते हैं कि धान की खेती छोड़िए, कोई और फसल देखिए ताकि पानी कम लगे। सीएम भी बार-बार कहते हैं कि धान की जगह वैकल्पिक फसल की खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 7000 रुपये के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा।
मेरा पानी-मेरी विरासत और मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं और सरकार की इस योजना का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि हारना नही। हम लोग हार मानने वाले लोग नहीं हैं। हमारे खिलाड़ी इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। कॉमनवैल्थ खेलों में हमारे देश के खाते में 61 पदक आए और जिनमें से 20 पदक हमारे हरियाणा के खिलाड़ियों के थे।
हरियाणा के खिलाड़ियों में सिरसा जिले की बेटी हॉकी टीम की कप्तान सविता पूनिया है। हॉकी में हमारी बेटियों का प्रदर्शन पूरे देश ने देखा और जमकर तारीफ की। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदारा सिंह भी यहीं के रहने वाले हैं। उनके भाई दीदारसिंह का नाम भी इन्हीं खिलाड़ियों में शुमार है। इन्हीं की वजह से श्रीजीवननगर में हॉकी नर्सरी बनाई गई है। हमारे खिलाड़ियों ने हाल ही में बर्मिंघम में कई बार देश को सर ऊंचा करने का मौका दिया।
कई बार हमारा तिरंगा सबसे ऊंचा लहराया गया। तिरंगे की बात चलने पर अब श्रीनगर के लाल चौक का जिक्र भी आने लगा है। गत 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने द ग्रेट इंडिया रन को श्रीनगर के लाल चौक से रवाना किया था। उस दिन लाल चौक पर इतने तिरंगे लहरा रहे थे कि वे खुद को तिरंगा लहराने से नहीं रोक पाए। श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा लहराने के बाद ऐसा लगा हो जैसे वर्षों से प्यासी आत्मा को तृप्ति मिली हो।
दिल्ली में गत 15 अगस्त को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस द ग्रेट इंडिया रन का समापन किया था। उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव नाथूसरी चौपटा के मिसाल बनने की कहानी उन्होंने खबरों में पढ़ी। इस छोटे से गांव ने देश को जोड़ने वाले हमारे राष्ट्रीय ध्वज का मान सम्मान बढ़ाने में बढ़ चढ़कर भाग लिया।
हर घर तिरंगा अभियान के दौरान इस गांव के हर घर, हर दुकान, हर प्रतिष्ठान पर तिरंगा लहरा रहा था। वे नाथूसरी चौपटा के हर परिवार को, हर सदस्य को, हर मां, बहन, भाई व छोटे बच्चों को सेल्यूट करते हैं जिनके सफल प्रयासों की बदौलत सिरसा जिला का गांव देश भर में छाया रहा।
प्रदेश की जनता ने चौ. दुष्यंत चौटाला, चौ. अभयसिंह चौटाला, चौ. रणजीतसिंह चौटाला, नैना चौटाला और गोपाल कांडा को वोट देकर विधानसभा में भेजा। इन सभी के प्रयास से ही आज वे राज्यसभा सांसद बने हैं।
उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद और सिरसा के बीच रेल लाइन बिछाने की मांग बहुत पुरानी मांग रही है। इस रेल के चलने से ऐलनाबाद क्षेत्र रेल लाइन के माध्यम से सीधा पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ और जम्मू कश्मीर से जुड़ सकेगा। जिससे ऐलनाबाद से दिल्ली की दूरी भी कम हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में सिरसा की सांसद श्रीमति सुनीता दुग्गल भी प्रयास कर रही हैं। इस मांग को पूरा करवाने के लिए अब एक नही दो सांसद प्रयास करेंगे। रेल लाइन बिछाने की मांग को लेकर वे दोनों रेलमंत्री से मिलेंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि जनता की ये मांग पूरी करवाई जा सके।
सरकार यहां के बच्चों की शिक्षा के लिए बहुत गंभीर है। सिरसा को हरियाणा की राजनीति की नर्सरी माना जाता है। इस जिले ने जितने नेता बनाए, उतनी बढ़िया यहां की शिक्षा व्यवस्था नहीं हो पाई। लेकिन वे भरोसा दिलाना चाहते हैं कि आने वाले दिनों में शिक्षा व्यवस्था पहले से बेहतर होगी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल स्वयं भी प्रदेश में शिक्षा स्तर को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के बाद सांसद कार्तिक शर्मा सत्यनारायण पांडिया के निवास स्थान पर भी पहुंचे। इस अवसर पर लक्ष्मणदास सारस्वत, परमजीत सारस्वत, तेजप्रकाश सारस्वत, घनश्याम जोशी, राजकुमार थिरपाल, लालचंद थिरपाल, महेश कुमार उपाध्याय, पम्मा शर्मा, राजेंद्र दत्ता, भानीराम शर्मा, अवतार सिंह औझला, बेअंत सिंह औलख, सुभाष सहारण पूर्व सरपंच पोहड़का, राजाराम मैहनाखेड़ा, जसकरण बराड़ सरपंच प्रतिनिधि मौजूखेड़ा, विनोद ढूकिया, रणबीर नंबरदार नीमला, हेमराज सपरा, डा. आरजी बेनीवाल, रामावतार पारीक, पवन सांखला, प्रवीण पारीक, सुशील पारीक, जितेंद्र शर्मा, मनीराम जोशी, मनीराम पारीक, दीपक अरोड़ा, सुनील पारीक, संदीप गाबा, दीपीका मैहता, भंवरलाल सिकरिया, अनिल सोनी, जगदीश सोनी, रतनलाल सोनी, रुपेश जोशी, सुशील बंसल, अनेतराम पंवार, श्यामलाल जिंदल, श्रवण बंसल, राधेश्याम शर्मा सहित अन्य सैंकड़ों गणमान्यजन भी उपस्थित थे।
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