माइकोप्लाज्मा निमोनिया के लक्षण क्या है?
जो भी बच्चें माइकोप्लाज्मा निमोनिया से संक्रमणित होते है उनमें बेहद सामान्य लक्षण जैसे गला खराब होना, थकान महसूस होना, बुखार और खांसी जो हफ्तों या महीनों तक ठीक न हो और साथ ही सिर भी शामिल होता है।
India News(इंडिया न्यूज़), Mycoplasma Pneumoniae: अभी तक करोड़ों पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ था चिमनी से एक और बैक्टीरिया फैमिली की खबरें सामने आने लगी। दर्शन भारत में एक नई चीनी बैक्टीरिया माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया के केस सामने आए हैं। इसकी पकड़ में छोटे बच्चे आ रहे हैं। यह बीमारी चीन में तहलका मत हो चुकी है। अब दिल्ली में एम्स अस्पताल में अप्रैल से सितंबर के बीच माइक्रो प्लांट्स में निमोनिया के साथ मामले सामने आए हैं।
एम्स द्वारा पीसीआर और ईडीएम एलिसा नामक दो परीक्षण के जरिए चिन्ह में बच्चों में सांस के बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया माइक्रो प्लाज्मा के 7 मरीज दाखिल किए गए हैं। पीसीआर और आईसीएम एलिसा परीक्षणों की पॉजिटिविटी रेट 3 और 16 प्रतिशत है। इस करण चीन से आए करो ना कुछ जीने के बाद भारत में अब इस बीमारी को लेकर खौफ पैदा होने लगा है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया का पता लगाने के लिए सर्वे में बढ़ोतरी की जानी चाहिए। एकदम दिल्ली द्वारा इस साल अप्रैल और सितंबर के बीच माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया के साथ दर्ज किए गए हैं। इन केसेस का कारण चीन में पहले बीमारी है।
भारत में इसके मामलों को लेकर चिंता इसलिए भी बढ़ी हुई है क्योंकि 4 साल पहले 2019 के दिसंबर में फैला कोरोना भी चिन से ही आया था।
जो भी बच्चें माइकोप्लाज्मा निमोनिया से संक्रमणित होते है उनमें बेहद सामान्य लक्षण जैसे गला खराब होना, थकान महसूस होना, बुखार और खांसी जो हफ्तों या महीनों तक ठीक न हो और साथ ही सिर भी शामिल होता है।
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