India News (इंडिया न्यूज़), दिल्ली: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi )ने आज (22 अप्रैल) को अपना 12 तुगलक लेन पर स्थित सरकारी आवास छोड़ दिया है। इससे पहले राहुल गांधी ने 14 अप्रैल को अपने कार्यालय समेत कुछ निजी समान के साथ अपनी मां सोनिया गांधी के अधिकारीक आवास में रहने के लिए चले गए थे। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी आपने सरकारी आवास के चाभी शाम तक सचिवालय अधिकारियों को सौप देगें। मालूम हो कि ये आवास राहुल गांधी को वायनाड के सासंद के रूप में पद के बाद आवंटित किया गया था।
गौरतलब है कि 23 मार्च को राहुल गांधी को सुरत कोर्ट ने “मोदी सरनेम” को लेकर मानहानी केस में दोषी करार दिया था। इस केस में कोर्ट ने राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई गई है। इस सजा के बाद लोकसभा सचिवालय ने अगले ही दिन उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दि थी। मालूम हो कि लोकसभा के नियम के अनुसार 2 साल या उससे ज्यादा दिन की सजा होने पर संसद की लोकसभा सदस्यता अमान्य घोषित हो जाती है।
वहीं राहुल गांधी के लोकसभा में अयोग्य घोषित ठहराए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने उन्हें 22 अप्रैल तक सरकारी आवास खाली करने का नोटिस दिया था। बता दे कि 2019 को लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी केरल के वायनाड से कांग्रेस के संसद चुने गए थे। इससे पहले वो 2004 में सबसे पहले अमेठी के संसद रह चुके है। पीछले एक दशक से राहुल गांधी 12 तुगलक सरकारी भवन में रह रहे थे।
वहीं बीते दिनों राहुल गांधी ने सूरत की मजिस्ट्रेट कोर्ट में भी अपने फैसले को चुनौती देते हुए याचिका ड़ाली थी। मजिस्ट्रेट कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुन कर राहुल गांधी की याचिका को खारिज कर दिया। उल्लेखनीय है कि 2019 में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक रैली के दौरान अपने भाषण में मोदी सरनेम को लेकर आपत्ति भरा बयान दिया था। इसके बाद उन पर 2019 में ही मानहानी का केस हो गया था।