इंडिया न्यूज़, Karnal Haryana : एक और सरकार द्वारा जहां लोगों की सुविधा के लिए लाखों रुपए खर्च कर सड़कों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर सड़क निर्माण के लिए नियुक्त किए गए ठेकेदार ज्यादा मुनाफाखोरी के चलते सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाकर न केवल सरकार को चुना लगा रहे हैं बल्कि लोगों को मिलने वाली सुविधाओं का भी हनन कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला करनाल-काछवा मेन रोड़ से मोतिया और जलाला विरान तक जाने वाली सड़क के निर्माण में सामने आया है। इस सड़क के निर्माण कार्य के लिए सरकार द्वारा लगभग 65 लाख रुपये का बजट पास करते हुए सड़क का सड़क बनाने का कार्य शुरू करवाया गया है।
इस सड़क के निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा निम्न स्तर की सामग्री का प्रयोग किए जाने को लेकर क्षेत्र के लोग नाखुश हैं और इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है।
ग्रामीणों ने सड़क का निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार अजय पर घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। ग्रामीणों व किसान यूनियन के सदस्यों रिशपाल सिंह जलाला, साहब सिंह, महताब सिंह समेत अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार तय मानक के तहत सड़क का निर्माण नहीं कर रहा है। ज्यादा मुनाफे के चक्कर में घटिया माल का प्रयोग किया जा रहा है. जिससे सड़क समय से पहले उखड़ने लगेगी। जिससे क्षेत्र के लोगों को आने जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
घटिया निर्माण को लेकर लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण में घटका कम डाला गया है और बिना मिट्टी साफ किए ही उस पर मैटीरियल डालना शुरू कर दिया है और वह भी कम मात्रा में जिस कारण सड़क जल्दी ही टूट जाएगी। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ठेकेदार सड़क निर्माण में अपने प्लांट पर पुराना माल मिलाकर सड़क बना रहा है।
ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग के आला अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग के अधिकारियों ने सड़क निर्माण में लगाई जाने वाली सामग्री की जांच ठीक से नहीं की है ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग के अधिकारियों के बीच कहीं ना कहीं ठेकेदार को फायदा पहुंचाने की है यही कारण है कि ठेकेदार द्वारा सड़क का निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है।
इस मामले पर पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता संदीप सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाने से संबंधित कोई भी ऐसा मामला सामने नहीं आया है और जो कुछ सड़क निर्माण में दिक्कत है उसे ठीक कर दिया जाएगा। इस मामले पर कार्यकारी अभियंता संदीप सिंह ने अधिक जानकारी देने से साफ मना करते हुए कहा कि मीडिया को जानकारी देना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है और ग्रामीणों द्वारा ठेकेदार पर लगाए गए आरोपों से अपना पल्ला झाड़ लिया।
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