India News (इंडिया न्यूज), SYL Canal Dispute: पंजाब में सतलुज यमुना लिंक (SYL) पर चल रहा विवाद आज भी थमा नहीं है। एसवाईएल के बारे में अब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी बयान दिया है। उनका कहना है कि जो भी टीम एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए सर्वे करने आएगी वे उसका विरोध करेंगे। उनका कहना है कि वह किसी और राज्य को पानी की एक बूंद भी देने से सहमत नहीं है। उनका कहना है कि सीएम भगवंत मान को केंद्र सरकार पर यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डालना चाहिए कि इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान निकाला जाए।
We will oppose any survey team that comes in to conduct a survey for the construction of the SYL Canal. We cannot afford to give even a single drop of water to any other state. CM @bhagwantmann ji must press upon the central govt to ensure that the issue is resolved amicably. pic.twitter.com/wLWKbUQWy0
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) October 18, 2023
सतलुज यमुना लिंक नहर की परिकल्पना रावी तथा ब्यास नदियों से पानी के प्रभावी आवंटन के लिए की गई थी। इस परियोजना में 214 किमी लंबी नहर बनाई जाएगी। जिसका 122 किमी हिस्सा पंजाब में, तो 92 किमी हिस्सा हरियाणा में बनाया जाएगा। हरियाणा द्वारा तो अपने क्षेत्र में इस परियोजना को पूरा कर लिया गया है। परंतु पंजाब में 1982 में इसको लेकर निर्माण कार्य शुरू कर थोड़े समय बाद बंद कर दिया गया था।
वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते 4 अक्टूबर को एसवाईएल को लेकर बताया गया कि राज्य में जो हिस्सा एसवाईएल निर्माण के लिए आवंटित किया गया है, केंद्र सरकार पंजाब में एक टीम भेज कर उसका सर्वेक्षण करावएगी। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद पंजाब के राजनीति में हंगामा मच गया है। पंजाब की सभी राजनीतिक पार्टियों का कहना है कि वह किसी दूसरे राज्य को पानी की एक भी बूंद नहीं देंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि अभी 2 दिन पहले ही हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा पंजाब के सीएम भगवंत मान को दूसरी बार पत्र लिखा गया। जिसमें उन्होंने एसवाईएल नहर निर्माण को लेकर लिखा की रास्ते में आने वाली किसी भी बाधा या मुद्दे का समाधान निकालने को तैयार है। साथ ही इस विषय में वे उनसे भेंट करने के लिए भी तैयार है।
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