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उना में बल्क ड्रग पार्क के लिए 1923 करोड़ की डीपीआर तैयार – विक्रम

• LAST UPDATED : October 1, 2022

उना में बल्क ड्रग पार्क के लिए 1923 करोड़ की डीपीआर तैयार – विक्रम

  • एचआरटीसी के बेड़े में शामिल होंगी विद्युत चालित बसें

इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala-Himachal Pradesh)

उना जिला में बल्क ड्रग पार्क (bulk drug park) बनाने के लिए 1923 करोड़ की डीपीआर (dpr) तैयार कर ली गई है। छह सौ के करीब फार्मा यूनिट (pharma unit) यहां पर स्थापित किए जाएंगे। ये जानकारी उद्योग, श्रम रोजगार कल्याण एवं परिवहन मंत्री विक्रम ठाकुर (Industries, Labor Employment Welfare and Transport Minister Vikram Thakur) ने शनिवार को धर्मशाला के धौलाधार होटल में सामान्य उद्योग निगम तथा एचआरटीसी की निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करने के उपरांत प्रेस वार्ता में दी।

उन्होने बताया कि देश में तीन जगहों के लिए बल्क ड्रग पार्क खोलने के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमें आंध्र प्रदेश (andhra pardesh), गुजरात (gujrat) तथा हिमाचल प्रदेश (himachal pradesh) शामिल है।

उन्होने कहा कि ड्रग पार्क खुलने से करीब पचास हजार लोगों को रोजगार (employment) मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बद्दी बरोटी बाला में पहले ही फार्मा उद्योग चल रहे हैं तथा औद्योगिक विकास के लिए सरकार ने कारगर कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क खोलने की दिशा में सार्थक पहल की जा रही है।

उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने पहली मर्तबा हिमाचल में इंनवेस्टर मीट (investor meet) का आयोजन किया गया इसके साथ ही ग्राउंड सेरेमनी भाग एक तथा भाग दो भी संपन्न करवाई गई हैं हिमाचल में निवेश के लिए औद्योगिक संस्थानों ने सकारात्मक रवैया अपनाया है इससे हिमाचल में निजी क्षेत्र में रोजगार के साधन भी विकसित हुए हैं।

उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि बद्दी बरोटीबाला को अमृतसर-कोलकता कोरीडोर के साथ जोड़ने की दिशा में भी कार्य चल रहा है। इससे औद्योगिकीकरण में तेजी आएगी।

उन्होने कहा कि हिमाचल में एचआरटीसी के बेड़े में इलेक्ट्रिकल बसें (electrical buses) शामिल की जाएंगी, ताकि पर्यावरण संरक्षण (environment conservation) की दिशा में कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के बेड़े में 206 बसें पहले और अब 350 नई बसें शामिल की गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के रूटों पर एचआरटीसी की बसें लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की एचआरटीसी की बसों में सेफगार्ड ट्रेकिंग सिस्टम भी स्थापित किया गया है जिसकी पूरे देश भर में सराहना की गई है।

उन्होंने कहा कि एचआरटीसी (hrtc) में करूणामूलक नौकरियां प्रदान करने तथा पीस मील वर्कर्स को अनुबंध पर लाने की दिशा में भी सार्थक कदम उठाए गए हैं इसके साथ चालक तथा परिचालक के आकस्मिक निधन पर उनके परिजनों को तीन महीने के भीतर रोजगार उपलब्ध करवाने का निर्णय भी लिया गया है।

इस अवसर पर निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, प्रबंध निदेशक एचआरटीसी संदीप कुमार सहित जीआईसी के उपाध्यक्ष राम कुमार, एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री सहित विभिन्न अधिकारी भी उपस्थित थे।

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