इंडिया न्यूज, पालमपुर (Palampur-Himachal Pradesh)
चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर (Chaudhary Sarwan Kumar Himachal Pradesh Agricultural University Palampur) में शुक्रवार को राष्ट्रीय मशरूम दिवस (national mushroom day) का आयोजन किया गया। मशरूम की खेती में महिलाओं की भूमिका विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।
कुलपति प्रो0 एच0 के0 चौधरी (Vice Chancellor Prof. H.K. Chowdhary) ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए ग्रामीण महिलाओं और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह ज्ञान के साथ सेहत का भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि जब आप सक्षम होगें तभी देश सक्षम होगा।
उन्होने कहा कि आज खेती के लिए भूमि कम हो रहीं है। लिहाजा वह कृषि वैज्ञानिकों की नवीनतम तकनीकों को सीखते हुए थोड़ी भूमि से अधिक काम लेते हुए अपने को सफल बनाए।
उन्होने कहा कि किसानों को मशरूम के साथ मधुमक्खी (Beekeeping), पशु पालन (husbandry), तिलहन (oilseeds), दलहन (pulses), आदि की तकनीकों को वैज्ञानिकों से जानना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए प्रयोग करते हुए नई दिशाओं को तय करें।
उन्होने नारा और पोस्टर विजेताओं को सम्मानित भी किया।
पादप रोग विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा0 डी0 के0 बनियाल ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं के लिए मशरूम प्रशिक्षण का आयोजन भी किया गया था। साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों और कृषि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए पोस्टर और नारा लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था।
उन्होंने बताया कि मशरूम उत्पादन में महिलाओं की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है।
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्रों और शोध केंद्रों में किसान दिवस का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान डा0 दीपिका सूद ने मंच का संचालन किया।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा0 डी0 के0 वत्स, प्रसार शिक्षा निदेशक डा0 वी0 के0 शर्मा, अनुसंधान निदेशक डा0 एस0 पी0 दीक्षित समेत विभिन्न विभागों के वैज्ञानिक और विद्यार्थी भी इसमें मौजूद रहे।