क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला की आउटफील्ड की घास पीली पड़ गई है। ज्यादा बारिश की वजह से संक्रमण से संभवतया ऐसा हुआ है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन इस बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं है लेकिन पता चला है कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की टीम ने हाल ही में दौरा करने के बाद इसको लेकर चिंता जताई है। शनिवार को एचपीसीए में पूरा दिन हलचल मची रही। आनन-फानन में एचपीसीए ने देर शाम यह घोषणा की कि वह वर्ल्ड कप के पांचों मैचों की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। एचपीसीए ने आउटफील्ड की घास में संक्रमण होने का कोई जिक्र नहीं किया है।
बीसीसीआई के पूर्व चीफ पिच क्यूरेटर दलजीत सिंह ने बताया कि आउटफील्ड की घास संक्रमण के कारण काली पड़ जाती है। सही तरीके से सफाई करने से संक्रमण का उपचार समय पर हो जाता है। ज्यादा बारिश हो और धूप न लगे तो फिर समस्या पैदा होती है। उनका कहना है कि काई के कारण घास काली पड़ती है। यह फंगल इंफेक्शन होता है। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार का कहना है कि विश्व कप के मैचों के आयोजन के लिए एचपीसीए पूरी तरह तैयार है। मैचों से पहले मैदान पूरी तरह हरा दिखेगा। आउटफील्ड को हरा भरा बनाने के लिए उसमें रेत डाली हुई है। इसलिए अभी कई जगह मैदान हरा नहीं दिख रहा है।
मैदान की आउटफील्ड को हरा-भरा करना चुनौती
इस समय धर्मशाला का क्रिकेट मैदान की आउटफील्ड काफी जगह पीली है। बताया जा रहा है कि कई जगह घास में संक्रमण फैला है। वर्ल्ड कप के मैचों के लिए 20 दिन शेष हैं। एचपीसीए पूरी तरह आश्वस्त है कि मैचों से पहले आउटफील्ड हरी हो जाएगी।
7 से 28 अक्तूबर तक होंगे पांच मैच
धर्मशाला स्टेडियम में पहला मैच सात अक्तूबर को बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच खोला जाएगा। 10 अक्तूबर को बांग्लादेश और इंग्लैंड, 17 अक्तूबर को साउथ अफ्रीका और नीदरलैंड, 22 अक्तूबर को भारत और न्यूजीलैंड, जबकि स्टेडियम में अंतिम मैच 28 अक्तूबर को आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा।
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