रमेश पहाड़िया – पांवटा साहिब
Electricity board Negligence: उपमंडल पांवटा साहिब में बिजली की तारे लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। आलम यह है की बिजली बोर्ड की लापरवाही का खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला गाठ दिन सामने आया जब दस वर्षीय बच्चा छत पर अपने साथियों के साथ खेल रहा था कि पास से गुजर रही हाई वोल्टेज बिधुत लाइन में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गया। बिजली के करंट से झुलसे 10 वर्षीय हनी पुत्र सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि वह वार्ड नंबर 9 का निवासी है और नेशनल हाईवे गोविंद घाट बैरियर के पास उनका दो मंजिला मकान है।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उनके मकान के बिल्कुल नजदीक विद्युत बोर्ड ने हाई वोल्टेज तारें उनकी छत के बिल्कुल पास से गुजार दी, यहां तक जब बिजली का खंभा लगाया जा रहा था तब भी परिवार ने विद्युत बोर्ड को चेताया था कि यहां खंभा न लगाएं जाए बावजूद बिजली की तारें लगाई गई और आज यह हादसा पेश आया है, जिसमें दस वर्षीय बच्चा झुलस गया।
यह हादसा देर शाम को पेश आया जहां आनन फानन में बच्चे को सिविल अस्पताल ले जाया गया, उपचार के दौरान देखा कि बच्चे की सिर पर गहरी चोटें लगी हैं, जहां पांच टांके बच्चे के सिर पर लगाए गए। परिवार में महेंद्र कौर का कहना है कि विद्युत बोर्ड को लिखित शिकायत भी की गई थी, यही नहीं पांच बार दफ्तर के चक्कर काट चुके हैं, बिजली बोर्ड के कर्मचारी कहते हैं कि यह उनका काम नहीं है, बोर्ड कर्मचारियों द्वारा एक दूसरे के पाले में गेंद फेंकी जा रही है ऐसे में परिवार क्या करें जब बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी ही ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
छह माह से दफ्तर के चक्कर काटने के बावजूद भी बोर्ड की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जिसके कारण उनके इकलौते बेटे को बेहद तेज करंट लगा और वह बुरी तरह से झुलस गया। इस दौरान छत से गिरने के कारण उसे सर में भी गंभीर चोट आई है उसका इलाज सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में चल रहा है,और दो माह तक बच्चे का इलाज सिविल अस्पताल से चलेगा।
परिवारजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विद्युत बोर्ड के अधिकारी लिखित शिकायत के बावजूद महीनों से उनके घर की छत के नजदीक से गुजर रही हाई वोल्टेज तारों को दूर नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण उनके इकलौते बेटे को इतनी गंभीर चोटें आई हैं, और जान जाते-जाते बची है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर वह विभाग के अधिकारियों के खिलाफ पुलिस कंप्लेंट भी करेंगे ताकि भविष्य में विद्युत अधिकारी और ठेकेदार लापरवाही न बरतें, हो सके तो सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत करने से पीछे नहीं हटेंगे।
मांग है कि जल्द ही बिजली की लाइन यहां से हटाई जाए ताकि वृद्ध, बच्चे व महिलाएं छत में बेखोफ होकर घूम सके। वहीं जब इस बारे में अधिशासी अभियंता विद्युत बोर्ड अजय चौधरी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मौके पर जेई को भेजा जा रहा है, तुरंत तारों को पीछे करवाया जाएगा और जो मदद की जा सकती है वह भी बच्चे और परिवार की की जाएगी।
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