रमेश पहाड़िया – श्रीरेणुकाजी
Example of Humanity : कोरोना वैक्सीनेशन के लिए संगड़ाह से लुधियाना गांव जा रही स्वास्थ्य कार्यकर्ता कमला शर्मा तथा उनके साथ मौजूद एक आशा वर्कर द्वारा सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हिरण के बच्चे की जान बचाई गई। संगड़ाह-चौपाल मार्ग पर किंकरी देवी पार्क के समीप मिले नन्हे हिरण के सिर पर चोट लगी थी और खून बह रहा था। हेल्थ वर्कर ने पहले इसे पानी पिलाया और फिर साथ लगते पशु औषधालय अंधेरी में इसका इलाज करवाया। हेल्थ वर्कर ने बताया कि बाद दोपहर तक हिरण की जान खतरे से बाहर दिखी तो उसे साथ लगते जंगल में छोड़ा गया। गौरतलब है कि स्थानीय बोली मे घोल कहलाने वाले छोटे कद के इस हिरण का लोग अलग-अलग तकनीक अथवा तरीकों से शिकार भी करते हैं और यह भी आशंका जताई जा रही है कि उसे किसी ने घायल किया हों।
घायल हिरण पर यदि किसी शिकरी अथवा लालची शख्स की नजर पड़ी होती तो इलाज तो दूर उसका भक्षण हो गया होता। लोग स्वास्थ्य कार्यकर्ता के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं।
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