इंडिया न्यूज, चम्बा।
किसान क्रेडिट कार्ड एक ऐसा कार्ड है जिसके माध्यम से किसान किसी भी बैंक की एटीएम मशीन से किसी भी समय ऋण ले सकता है। यदि समय पर सम्बंधित बैंक में ऋण (bank loan) को वापिस कर दिया जाए तो बहुत कम ब्याज दर देनी पड़ती है और अतिरिक्त ब्याज (additional interest) भारत सरकार द्वारा वहन किया जाता है। ये जानकारी उपायुक्त दूनी चंद राणा (Deputy Commissioner Dooni Chand Rana) ने दी।
उन्होंने बताया कि यदि किसान समय पर मूलधन राशि (principal amount) को वापिस न करे तो यह सारा ब्याज किसान को वहन करना पड़ेगा। इस सम्बन्ध में किसानों को विभिन्न माध्यम से जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग (Agriculture Department) द्वारा प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर (Training & Awareness Camp) के माध्यम से किसानों को जागरूक करने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला चम्बा में लगभग 70 हजार किसान परिवारों में से केवल 20 हजार परिवार ही किसान क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उठा रहे हैं।
उपायुक्त ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए 24 अप्रैल से लेकर 1 मई तक किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के अंतर्गत शत-प्रतिशत किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि जो किसान 24 अप्रैल को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए प्रार्थना पत्र जमा नहीं करवा सके हैं, वे किसान 1 मई, 2022 तक किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते हैं।
बैंक अधिकारियों को इस अवधि में शत-प्रतिशत किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए बैंक अधिकारी अपना पूर्णतय सहयोग दे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए बैंक अधिकारियों द्वारा एक पन्ने का प्रार्थना पत्र (one page application) जारी किया गया है। यह प्रार्थना पत्र नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय से भी प्राप्त किया जा सकता है।
कोई भी किसान प्रार्थना पत्र, अपनी जमीन की जमाबंदी व ततीमा, आधार कार्ड की प्रतिलिपि (copy of aadhar card) तथा अपने 2 पासपोर्ट फोटोग्राफ लेकर नजदीकी बैंक में जाएं और किसान क्रेडिट कार्ड बनवाएं।
उन्होंने यह भी बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड धारक किसानों को अपनी फसल का बीमा करवाने के लिए हर बार लोक मित्र केंद्र (Lok Mitra Kendra) जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
उन्होंने जिले के सभी किसानों से आह्वान किया कि किसान इस अभियान का लाभ उठाएं और 1 मई से पहले अपना क्रेडिट कार्ड अवश्य बनवाएं। 1 मई से पहले बनवाएं किसान क्रेडिट कार्ड
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