इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
Holika Dahan 2022: फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है, इस बार होलिका दहन 17 मार्च, गुरुवार को किया जाएगा।इस दिन किए गए उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करने वाले होते हैं। दो दिन बाद यानी 17 मार्च की रात होलिका दहन होगा। इस दिन फाल्गुन मास की पूर्णिमा है। हर माह की पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण भगवान की कथा पढ़ने-सुनने की परंपरा है।
पूर्णिमा विष्णु जी और बाल गोपाल का पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। इससे सुख शांति की प्राप्ती होती है। योतिषाचार्यों के अनुसार होलिका दहन के बाद होलाष्टक खत्म हो जाएगा, लेकिन इस समय सूर्य के मीन राशि में होने से खरमास रहेगा, इस कारण मांगलिक कर्म करने के मुहूर्त नहीं रहेंगे। 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के बाद मांगलिक कर्म के मुहूर्त रहेंगे। (Holika Dahan 2022)
पूर्णिमा पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें। इसके बाद घर के मंदिर में गणेश पूजा करें। भगवान को स्नान कराएं। वस्त्र, हार-फूल चढ़ाएं। भोग लगाएं और धूप-दीप जलाकर आरती करें। गणेश पूजा के बाद बाल गोपाल की पूजा शुरू करें। (Holika Dahan 2022 )
दूध, दही, घी, शहद और मिश्री मिलाकर पंचामृत बनाएं। बाल गोपाल को जल से, फिर पंचामृत से और फिर शुद्ध जल से स्नान कराएं। वस्त्र, हार-फूल अर्पित करें। आभूषण पहनाएं। फल, मिठाई, जनेऊ, नारियल, दक्षिणा चढ़ाएं। तुलसी के पत्ते डालकर माखन-मिश्री का भोग लगाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें।
पूजा में कृं कृष्णाय नम: मंत्र का जाप करें। पूजा में हुई अनजानी भूल के लिए क्षमा मांगें। प्रसाद बांट दें और खुद भी प्रसाद ग्रहण करें।
गुरुवार को पूर्णिमा होने से इस दिन गुरु ग्रह से संबंधित विशेष पूजा भी जरूर करें। गुरु ग्रह की पूजा शिवलिंग रूप में की जाती है। इसलिए शिवलिंग पर चने की दाल और पीले फूल चढ़ाएं। बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।
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