इंडिया न्यूज, Hamirpur (Himachal Pradesh)
डा. राधाकृष्णन मेडिकल कालेज एवं अस्पताल हमीरपुर (Dr. Radhakrishnan Medical College) में पावरग्रिड कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड ने मेडिकल कालेज हमीरपुर को सामाजिक उत्तरदायित्व नीति के तहत इको कार्डियोग्राफी मशीन (Echo Cardiography machine) और 6 आईसीयू बेड (6 ICU beds) की आर्थिक सहायता के लिए एमओयू साइन (MoU signed) किया।
इस मौके पर मेडिकल कालेज की ओर से प्रधानाचार्य डा. सुमन यादव और पावरग्रिड की ओर से वरिष्ठ महाप्रबंधक पावरग्रिड देव कुमार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
पावरग्रिड ने इस कार्य के लिए 21.3 लाख रुपए आबंटित किए हैं जिसके तहत मेडिकल कालेज को इको कार्डियोग्राफी मशीन और 6 आईसीयू बेड दिए जाने हैं।
इस अवसर पर पावरग्रिड के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए प्रधानाचार्य डा. सुमन यादव ने कहा कि इको कार्डियोग्राफी मशीन के लग जाने से हृदय रोगियों के उपचार में काफी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह की मशीन प्रदेश के बहुत कम संस्थानों में है। इस मशीन से रोगी की हृदय संबंधी बीमारी की सारी जानकारी मिल सकेगी।
इसके अतिरिक्त पावर ग्रिड द्वारा 6 आईसीयू बेड दिए जाने से इमरजैंसी सेवाओं में काफी मदद मिलेगी। पावरग्रिड के वरिष्ठ महाप्रबंधक देव कुमार ने बताया कि पावरग्रिड ने इस कार्य के लिए 21.3 लाख रुपए आबंटित किए हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले पावरग्रिड द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व नीति के तहत 1.31 करोड़ के वित्तीय व्यय से एसडीएम मनाली को एक विशेष वाहन माउंटेड वेक्यूम असिसटेंट रोड स्वीपर एवं 2 सीवर सफाई जेटिंग वाहन मशीन भी सौंपी गई हैं।
इसके अतिरिक्त 11.49 करोड़ की लागत से हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 3,250 सौर एलईडी स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना और 13,000 टीनबिन इस्टबिन आपूर्ति भी की गई थी।
इसके अतिरिक्त पावर ग्रिड ने विवेकानंद मेडिकल कालेज पालमपुर में 1.5 टेसला की एमआरआई मशीन की आर्थिक सहायता के लिए भी एमओयू साइन किया है।
उन्होंने कहा कि पावरविड द्वारा लाहौल-स्पीति में 32 लाख रुपए के वित्तीय व्यय से पर्वतारोहण और संबद्ध क्षेत्र में कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए युवाओं के कौशल विकास संबंधी कार्यक्रम का संचालन भी किया गया है।
कंपनी की सीएसआर पहल के तहत 1.06 करोड़ रुपए के वित्तीय व्यय से बिलासपुर जिला प्राधिकरण को 4 मोबाइल चिकित्सा इकाइयां और आई जीएमसी शिमला एवं जिला अस्पताल चम्बा को 1-1 एंबुलेंस प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक महारत्न सार्वजनिक उद्यम है। हिमाचल प्रदेश में पावर की भौतिक परिसम्पत्ति में 1,590 सर्किट किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइन तथा चम्बा, हमीरपुर, बनाला और नालागढ़ में 400/220 केवी के 4 सब-स्टेशन और 3,130 एमवीए से अधिक की ट्रांसफोरमेशन क्षमता सम्मिलित है।
इनमें से चम्बा, हमीरपुर और बनाला अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित गैस इंसुलेटिड सब-स्टेशन (GIS) हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक संजीव कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश चौहान, डा. सुभाष चौहान, डा. जितेंद्र संधु, डा. विवेक ठाकुर पावरग्रिड की ओर से मुख्य प्रबंधक रवि चौधरी और प्रियंका जैन उपस्थित रहे।
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