इंडिया न्यूज, पालमपुर (Palampur-Himachal Pradesh)
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) व हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएचबीटी) पालमपुर ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (Prime Minister TB Free Campaign) पर एक राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यशाला (National Youth Day Workshop) की मेजबानी की।
पदमश्री डॉ0 ओमेश भारती, महामारी रोग विशेषज्ञ (एपिडेमियोलॉजिस्ट) प्रधानाचार्य और राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, शिमला (Padma Shri Dr. Omesh Bharti, Epidemiologist Principal and State Institute of Health and Family Welfare, Shimla) समारोह के विशिष्ट अतिथि रहे। अपने भाषण में उन्होनें श्रोताओं को क्षय रोग (टीबी) होने के करको जैसे पोषण और प्रतिरक्षा तथा इससे जुड़ी कुरीतियों के बारे में सूचित किया।
डॉ0 ओमेश भारती ने अपने कुछ निजी अनुभवों का भी वर्णन किया, जिसमें एक टीबी पीड़ित का समर्थन करना और बीमारियों से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों पर काबू पाना शामिल है।
उन्होने सीएसआईआर-आईएचबीटी द्वारा किए गए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य उत्पादों के विकास के माध्यम से कुपोषण को कम करने के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
इसी के साथ डॉ0 भारती ने समाज से टीबी को खत्म करने में संस्थान की सहायता भी मांगी।
इससे पहले डॉ0 राजेश कुमार सूद, महामारी रोग विशेषज्ञ (एपिडेमियोलॉजिस्ट), जिला टीबी अधिकारी, कांगड़ा (Dr. Rajesh Kumar Sood, Epidemiologist, District TB Officer, Kangra) ने ’’प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी रोगी को सामुदायिक सहायता’’ पर एक व्यापक व्याख्यान दिया।
उन्होंने बताया कि ’’निक्षय 2.0’’ क्षय रोग (टीबी) से पीड़ित लोगों को संगठित करने और सामुदायिक सहायता प्रदान करने का एक अभियान है। उन्होंने टीबी रोग पर कुपोषण, तंबाकू के उपयोग, प्रतिरक्षा और सहरुग्णता के प्रभाव पर प्रकाश डाला।
उन्होंने ऐसी बीमारियों से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियों के परिणामस्वरूप रोगियों को होने वाली मनोवैज्ञानिक कठिनाइयों का भी उल्लेख किया।
कार्यक्रम का समन्वय डॉ0 योगेंद्र एस0 पदवाड़, प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-आईएचबीटी ने किया। इस कार्यक्रम में संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी कर्मचारियों और अध्येताओं ने भाग लिया।