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Researches Will Get Momentum: भौतिकी और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान को मिलेगी गति , इसरो और केंद्रीय विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

• LAST UPDATED : April 10, 2022

इंडिया न्यूज़, धर्मशाला:

Researches Will Get Momentum: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और इसरो के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसरो हिमाचल प्रदेश में एक टेलीस्कोप लगाने का इच्छुक है, जिससे उच्च-ऊंचाई वाले जियोसिंक्रोनस के आसपास अंतरिक्ष मलबे का पता लगाने और अनुवर्ती कार्रवाई के लिए सहायता मिल सके। वहीं इस टेलीस्कोप की मदद से केंद्रीय विवि के भौतिकी और खगोल विज्ञान विभाग भी अपने अनुसंधान कार्यक्रमों को गति दे पाएगा। आनलाइन हुए इस समझौता ज्ञापन के दौरान दोनों तरफों से उच्च अधिकारी मौजूद रहे।

गौरतलब है कि इस संबंध में हाल ही में मार्च 2022 के पहले सप्ताह के दौरान, एक आमंत्रित विशेषज्ञ के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला की टीम और डॉ0 बृजेश कुमार ने विभिन्न संभावित स्थलों का सर्वेक्षण किया है। जिसमें यह तय किया गया कि भूमि अधिग्रहण के बारे में चयनित स्थल पर लगभग 3-4 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया जाएगा। इस संबंध में हिमाचल सरकार से भी सहयोग का आश्वासन मिला है। इस परियोजना के लिए भूमि, सड़क संपर्क, बिजली, पानी, इंटरनेट के संबंध में, सेलुलर कनेक्शन आदि का सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया है।(Researches Will Get Momentum)

ऑप्टिकल टेलिस्कोप की स्थापना के लिए

इस एक मीटर टेलीस्कोप को 30 डिग्री अक्षांश पर लगाया जाएगा। ऑप्टिकल टेलिस्कोप की स्थापना के लिए लगभग 2000 मीटर की ऊँचाई एवं अन्य निर्धारित मानदंडों के अनुसार 2 से 3 उपयुक्त साइट्स का चयन किया जाएगा। इसरो द्वारा इस कार्य के लिए साइट सेलेक्शन हेतु फंडिंग प्रदान कर दी गई है। एमओयू साइन होने के उपरांत विश्वविद्यालय इस राशि का उपयोग कर पाएगा।(Researches Will Get Momentum) टेलिस्कोप की स्थापना शोध दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के अलावा एस्ट्रो टूरिज्म के क्षेत्र में भी उपयोगी सिद्ध होगी। इस मौके पर विवि के कुलपति प्रो0 सत प्रकाश बंसल ने कहा कि इसरो द्वारा टेलीस्कोप लगाने से प्रमुख शोध लक्ष्यों के अलावा, हमारा लक्ष्य है कि दुनिया भर के शोधकर्ताओं के लिए डेटा उपलब्ध मुहैया हो। इससे सीयूएचपी के वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं को अपने काम को प्रसार देने का मौका मिलेगा। अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता के साथ-साथ अत्याधुनिक अंतरिक्ष और खगोलीय अनुसंधान के लिए भी काफी मदद मिलेगी।(Researches Will Get Momentum)

इस मौके पर डॉ0 अनिल कुमार, निदेशक, डीएसएसएएम, इसरो-मुख्यालय शांतनु भटावड़ेकर, वैज्ञानिक सचिव, इसरो, डॉ0 बिक्रम प्रधान उप कार्यक्रम प्रबंधक डीएसएसएएम, इसरो, देवा अरुल डेनियल एसोसिएट निदेशक, डीएसएसएएम, इसरो-मुख्यालय मौजूद रहे। वहीं विवि की ओर से कुलपति प्रो0 एस0 पी0 बंसल, कुलसचिव प्रो0 विशाल सूद, प्रो0 हूम चंद मौजूद रहे।

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