इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala-Himachal Pradesh)
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग की ओर से विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर धौलाधार परिसर एक में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। 27 सितंबर तक आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों का आगाज होम स्टे मालिकों की कार्यशाला के साथ हुआ। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल मौजूद रहे। वहीं जम्मू विश्वविद्यालय से प्रो0 दीपक राज गुप्ता और मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी के प्रो0 संदीप कुलश्रेष्ठ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर पर्यटन अधिष्ठाता डा0 आशीष नाग ने मुख्य अतिथि विवि के कुलपति को सम्मानित किया। वहीं परीक्षा नियंत्रक डा0 सुमन शर्मा ने जम्मू विश्वविद्यालय से प्रो0 दीपक राज गुप्ता को और डा0 एस सुंदररमण ने मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी के प्रो0 संदीप कुलश्रेष्ठ को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने कहा कि होम स्टे योजना पर्यटकों को स्थानीय लोगों और स्थानीय संस्कृति से जुड़ने का अवसर देते हैं, इसलिए जब भी कोई पर्यटक बाहर से आता है तो वह होमस्टेस में रहना अधिक पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला एक पर्यटन नगरी है और यहां पर पर्यटन व्यवसाय काफी अच्छे से गति कर सकता है लेकिन इसके लिए इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों को एक साथ मिलकर कार्य करना चाहिए।
वहीं इस मौके पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि संदीप कुलश्रेष्ठा ने होमस्टेस के मालिकों व अन्य उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में कोविड की वजह से राजनीति, अर्थव्यवस्था और बाकी सभी चीजों में काफी बदलाव आया है और पर्यटन विभाग भी इससे अछूता नहीं रहा है, जिससे पर्यटन में काफी बदलाव आया है।
इस कार्यशाला में 25 से अधिक होम-स्टे के मालिकों ने भाग लिया और अपने-अपने अनुभव सांझा किए, साथ ही होमस्टेस के मालिकों ने पिछले दो-तीन वर्षों में कोविड की वजह से आ रही समस्याओं के बारे में भी चर्चा की तथा वर्तमान समय में इन समस्याओं से निपट कर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने को लेकर अपने विचार रखे।
वहीं इस दौरान कोलंबो विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के डीन प्रो0 डी0 ए0 सी0 सुरंगा डिल्सवा ने आनलाइन इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सत प्रकाश बंसल को बधाई दी और विवि के संकाय सदस्यों और शोद्यार्थियों को श्रीलंका आने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि इस पहल से एक-दूसरे देशों के बीच आपसी संस्कृति को जानने और समझने का शोद्यार्थियों को मौका मिलेगा।
इस दौरान कार्यक्रम में अधिष्ठाता अकादमिक प्रो0 प्रदीप कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ0 सुमन शर्मा, ट्रैवल एव्म टूरिज्म विभाग के अधिष्ठाता डॉ0 आशीष नाग, बिजनेस स्कूल के डीन मोहिंद्र सिंह एवं संकाय सदस्य और विद्यार्थी मौजूद रहे।