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डॉक्टरों की नियुक्ति में वॉक-इन-इंटरव्यू प्रणाली ज़ारी रहे : रोहित ठाकुर

• LAST UPDATED : June 5, 2022

इंडिया न्यूज़, Shimla News : प्रदेश सरकार द्वारा डॉक्टर भर्ती की वॉक-इन-इंटरव्यू व्यवस्था को बन्द करने के सैद्धांतिक निर्णय का वरिष्ठ कांग्रेस नेता व जुब्बल-नावर-कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर ने कड़ा विरोध किया है।उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी का सबसे अधिक असर प्रदेश के ग्रामीण व पहाड़ी इलाकों के दूरदराज़ क्षेत्रों में पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की वॉक-इन-इंटरव्यू से नियुक्ति पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सृदृढ़ करने के लिए शुरू की गई थी, क्योंकि कमीशन से भर्ती प्रक्रिया में लंबा समय लगता था। उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री व अधिकारी कमीशन से भर्ती करने के पीछे डॉक्टरों की कमी न होने की बात कह रहे हैं जो कि तथ्य के विपरीत है।

अधिकतर डॉक्टरों को शहरी क्षेत्रों में ही समायोजित किया जाता है

रोहित ठाकुर ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि जुब्बल-नावर-कोटखाई में ही डॉक्टरों के 12 पद रिक्त पड़े हैं, जबकि 7 पीएचसी बिना डॉक्टरों के चल रही हैं और आएं दिन ये रिक्त पद बढ़ते ही जा रहे हैं। उन्होंने कहा प्रदेश के अन्य ग्रामीण व दूरदराज़ क्षेत्र भी डॉक्टरों की भारी कमी से जूझ रहे हैं।उन्होंने कहा कि सरकार वॉक-इन-इंटरव्यू के माध्यम से डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया को ज़ारी रखें और सरकार यह भी सुनिश्चित करें कि नियुक्ति कम-से-कम तीन साल के लिए अनिवार्य हो, क्योंकि अधिकतर डॉक्टरों को शहरी क्षेत्रों में ही समायोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर, फार्मासिस्ट, मेल व फीमेल हेल्थ वर्कर के अधिकतर पद ख़ाली चल रहे हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमा गई

रोहित ठाकुर ने कहा कि जुब्बल-नावर-कोटखाई के 34 स्वास्थ्य उप केंद्रों से कुल 67 स्वीकृत पदों में मात्र 18 पद भरे गए हैं, जबकि 49 पद रिक्त चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों की स्थिति इससे भी बदतर है। उन्होंने कहा कि 27 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा अधिकारियों के 27 स्वीकृत पदों में मात्र 9 पद भरे हैं,‌ जबकि 18 पद रिक्त चल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमा गई हैं और सरकार पदों को भरने में बिल्कुल भी गंभीर नहीं‌ हैं। उन्होंने डॉक्टरों की भर्ती वॉक-इन-इंटरव्यू प्रणाली से करने व स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों सहित विभिन्न श्रेणियों के पद भरने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हस्तक्षेप की मांग की है।

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