India News(इंडिया न्यूज़) शिमला: बुद्ध पुर्णिमा के अवसर में लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि तिब्बत से तिब्बतीयन होकर आये तब से लोग निर्वासित हैं और भारत में अलग थलग हो कर रह रहे है। इनको भी भारत में सम्मान मिलना चाहिए। यदि नेपाल व बांग्ला से आय लोगों को यहां शरण मिल सकती है। तो तिब्बतियों को क्यों नही? तिब्बतीयन शांति से रहते है और भारत के लिए इनका अहम योगदान रहा है।
मालूम हो आज (5 मई) को पूरे भारत में बुद्ध पुर्णिमा मनाई जा रही है। देश के कई स्थानों इस अवसर में कई कार्यक्रम अयोजित किए गए। इसी क्रम में शिमला में भी भगवान बुद्ध की 2567 वी जयंती बनाई गई। बुद्ध पूर्णिमा के पर मुख्य कार्यक्रम शिमला के पंथाघाटी में स्थित बौद्ध विहार में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारत-तिब्बत मैत्री संघ व शिमला तथा किन्नौर, लाहुल-स्पीति बौद्ध सेवा संघ द्वारा करवाया गया।इस मौके पर बौद्ध भिक्षुओं ने विशेष पूजा-अर्चना की व भगवान बुद्ध के उपदेशों का स्मरण किया।
वहीं बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि आज के दिन महात्मा बुद्ध को जन्म, ज्ञान व निर्वाण प्राप्त हुआ था। उन्होंने इस दौरान गोंपा प्रबंधन को दो लाख रुपए देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गए। इसमें तिब्बती संस्कृति का झलक देखने को मिली। कार्यक्रम में मुखौटा नृत्य, पंरपरागत हिमालयी तिब्बती नृत्य, किन्नौरी, लाहौरी, स्पिति के नृत्यों के साथ ही प्रसिद्ध सिंह नृत्य भी किया गया।